By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 05, 2016
मुंबई। सिविल सोसाइटी के सदस्यों ने मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरूपम द्वारा नियंत्रण रेखा के पार सेना के लक्षित हमलों को ‘फर्जी’ कहने के मद्देनजर यहां पार्टी की ओर से नगर निकाय के मुद्दों पर आयोजित एक कार्यक्रम का बहिष्कार करने का फैसला किया है। बहरहाल पार्टी ने बाद में शहर में खुली जगह के कथित अतिक्रमण पर पैनल चर्चा कार्यक्रम को रद्द कर दिया। यह कार्यक्रम आज दोपहर तीन बजे यहां पत्रकार भवन में होना था। कार्यक्रम रद्द करने का कोई कारण नहीं बताया गया है।
पूर्व केंद्रीय सूचना आयुक्त शैलेश गांधी, अनांदिनी ठाकुर, आरटीआई कार्यकर्ता भास्कर प्रभु और अन्य सहित सिविल सोसाइटी के सदस्यों ने निरूपम की टिप्पणी के बाद कार्यक्रम के पैनलिस्ट के तौर पर मंगलवार को हटने का फैसला किया था। गांधी ने मंगलवार को निरूपम को भेजे एक ईमेल में परिचर्चा में शामिल नहीं होने के अपने निर्णय के बारे में बताया। उन्होंने ईमेल में कहा, ''यह सुनकर सभी भारतीय नागरिकों को दुख होता है कि एक भारतीय इस तरह से बात कर रहा है और पाकिस्तान के रूख को समर्थन दे रहा है।’’ गांधी ने कहा ''हमें पता चला है कि निरूपम लक्षित हमलों की सत्यता पर सवाल कर रहे हैं और उन्हें फर्जी बता रहे हैं जो अनुचित है और इससे बचा जा सकता था। सिविल सोसाइटी के अन्य सदस्यों के साथ चर्चा करने के बाद, हमने निरूपम द्वारा आयोजित बैठक से खुद को दूर रखने का फैसला किया है।’’
बहरहाल उन्होंने कहा कि सिविल सोसाइटी के सदस्य मुंबई में खुली जगह के कथित अपहरण का विरोध करना जारी रखेंगे। विपक्षी पार्टियों के साथ ही सिविल सोसाइटी के सदस्य मुंबई नगर निकाय के राजधानी में खुले स्थान को नियमित करने की नई योजना के पक्ष में नहीं हैं और इस मुद्दे को उठाने के लिए कांग्रेस की नगर इकाई ने आज इस मुद्दे पर पैनल चर्चा कराने की योजना बनाई थी।