By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 04, 2023
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को उच्च न्यायालय में एक माफीनामा दाखिल किया और अपनी उस टिप्पणी के लिए ‘बिना शर्त माफी’ मांगी, जिसमें उन्होंने कहा था कि न्यायपालिका में ‘बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार’ है।
गहलोत ने यह टिप्पणी 30 अगस्त को की थी। उसके बाद एक वकील ने उनके खिलाफ एक याचिका दाखिल की थी। गहलोत का यह हलफनामा उस याचिका के जवाब में आया है। गहलोत ने कहा था कि कुछ न्यायाधीश वकीलों द्वारा तैयार किए गए फैसले सुना रहे हैं।
उन्होंने कहा था, ‘‘आज न्यायपालिका में भ्रष्टाचार व्याप्त है। मैंने सुना है कि कुछ वकील खुद ही फैसला लिख लेते हैं और वही फैसला सुनाया जाता है।’’ गहलोत की टिप्पणी पर वकील समुदाय ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। न्यायमूर्ति एम एम श्रीवास्तव और न्यायमूर्ति प्रवीर भटनागर की पीठ ने मामले की अगली सुनवाई के लिए सात नवंबर की तारीख तय की है।
गहलोत द्वारा दायर हलफनामे में कहा गया है कि उनके मन में कानून और न्यायपालिका की महिमा के प्रति अत्यंत सम्मान है। उन्होंने जाने-अनजाने में कानून या न्यायालय की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाला कोई बयान नहीं दिया है। उन्हें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है।