By अभिनय आकाश | Dec 14, 2022
चीन की शी जिनपिंग सरकार द्वारा बड़े पैमाने पर लॉकडाउन और क्वारंटीन जैसे कड़े उपायों को कम करने के बाद वहां के नागरिक अंततः इस जानलेवा वायरस के साथ रहने के लिए मजबूर हो गए है। चीनी सरकार ने अपनी जीरो-कोविड पॉलिसी को समाप्त कर दिया, जिसे कभी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अपने देश को महामारी से बाहर निकलने का एकमात्र तरीका बताया था। इस कदम के बाद स्वास्थ्य अधिकारियों की तरफ से बीजिंग में कोविड के तेजी से फैलने की चेतावनी दी गई है। चीन ने कोरोना महामारी के लगभग तीन साल बाद पिछले हफ्ते से ही मास टेस्टिंग और क्वारंटीन जैसे प्रतिबंधों में रियासत बरती है। इसे आधिकारिक तौर पर चीन के कोविड आंकड़ों में बड़ी गिरावट देखने को मिली है। इससे पहले के महीने में चीन में कोरोना के संक्रमण के नए रिकॉर्ड देखने को मिल रहे थे।
चीन ने कोविड मामलों को प्रकाशित करना बंद करने का फैसला किया है क्योंकि बिना लक्षण वाले कई लोग अब परीक्षण नहीं करा रहे हैं, जिससे कुल गिनती का सही-सही मिलान करना कठिन हो जाता है। चूंकि टेक्स्टिंग उपायों में ढील दी गई थी, इसलिए चीन ने कोविड के कम ताजा मामलों की सूचना दी है, लेकिन विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि ओमिक्रॉन संस्करण पूरे देश में तेजी से फैल रहा है। बड़े पैमाने पर लॉकडाउन की समाप्ति, केंद्रीय सुविधाओं में अनिवार्य क्वारंटीन और परीक्षण उपायों में व्यापक छूट की घोषणा के कुछ दिनों बाद चीन ने अपने प्रमुख कोविड ट्रैकिंग ऐप को भी बंद कर दिया है। राज्य द्वारा संचालित "संचार यात्रा कार्यक्रम कार्ड", जो ट्रैक करता है कि क्या कोई अपने फोन सिग्नल के आधार पर उच्च जोखिम वाले क्षेत्र में गया है, अब ऑफ़लाइन हो गया है।