गुजरात: क्रॉस वोटिंग से डरी कांग्रेस, विधायकों को भेज रही है माउंट आबू

By अभिनय आकाश | Jul 03, 2019

गांधी नगर। राज्यसभा चुनाव कब होते हैं और कब इसके परिणाम घोषित हो जाते हैं किसी को पता भी नहीं चलता। बशर्ते अहमद पटेल न लड़ रहे हो और उनको हराने के लिए अमित शाह फिल्डिंग न सजा रहे हो। लेकिन 2017 के बाद इस बार दोनों ही दलों के मास्टर माउंड पार्टी के उम्मीदवारों को जिताने के लिए रणनीति बनाने में लगे हैं। अमित शाह और स्मृति ईरानी के लोकसभा में चुने जाने की वजह से गुजरात में राज्यसभा की दो सीटों के लिए चुनाव 5 जुलाई को होने हैं। ऐसे में भाजपा और कांग्रेस दोनों दल पूरा जोड़ लगाने में लगी हैं। सूत्रों के अनुसार कांग्रेस क्रॉस वोटिंग के खतरे से डर गई है और अपने विधायकों को माउंट आबू भेजने वाली है। साल 2017 में अहमद पटेल जब राज्यसभा के लिए चुनाव लड़ रहे थे उस वक्त कांग्रेस को अपने 44 विधायकों को गुजरात से बाहर कर्नाटक भेजना पड़ा और गुजरात की राजनीति में रिसॉर्ट पॉलिटिक्स ने एंट्री की थी।

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बता दें कि गुजरात में कुल विधानसभा की 182 सीटें हैं व फिलहाल कुल 175 विधायक हैं। इनमें से भाजपा के 100 विधायक हैं और कांग्रेस के पास 71 विधायक हैं। संख्याबल के हिसाब से गुजरात से एक राज्यसभा सांसद चुनने के लिए 59 प्रथम वरीयता के वोट चाहिए। चुनाव आयोग ने दोनों सीटों के चुनाव के लिए अलग-अलग अधिसूचना जारी की है। इसका सीधा अर्थ यह हुआ कि दिन भले ही एक हो लेकिन चुनाव अलग-अलग होगा।