By अंकित सिंह | Aug 24, 2020
ताज नगरी आगरा सुर्खियों में है। अपनी इतिहास की वजह से नहीं बल्कि राजनीति की वजह से। दरअसल, आगरा की कांग्रेस जिलाध्यक्ष का वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में कांग्रेस जिलाध्यक्ष का एक प्राइवेट बिजली कंपनी से पैसा लेने की बातचीत वायरल हो रही है। इसके साथ ही उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगने लगे। वीडियो वायरल होने के बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। मनोज दीक्षित का टोरेंट कंपनी के बारे में आंदोलन न करने के एवज में 5 लाख के लेनदेन का वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में मनोज दीक्षित टोरंटो कंपनी से एकमुश्त 5 लाख मांग करती नजर आ रही है।
वीडियो के वायरल होने के बाद से ही हंगामा मचा हुआ है। इसके बाद यूपी कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ने उनका इस्तीफा ले लिया है। दरअसल, पार्टी आलाकमान के निर्देश के बाद मनोज दीक्षित ने आगरा में लॉकडाउन के दौरान बिजली बिल माफ कराने को लेकर टोरेंट विभाग के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया था। मनोज दीक्षित के इस संघर्ष को देखते हुए पार्टी आलाकमान ने उनकी तारीफ भी की थी। आगरा के तर्ज पर ही कांग्रेस पूरे उत्तर प्रदेश में चरणबद्ध तरीके से बिजली बिल को माफ करने को लेकर आंदोलन करने की तैयारी कर रही थी। लेकिन मनोज दीक्षित के वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस के इस प्लान को जोरदार झटका लगा है।
जो वीडियो वायरल हुआ है उसमें यह बात दिख रहा है कि मेडिएटर के माध्यम से टोरेंट कंपनी और कांग्रेस जिलाध्यक्ष के बीच डील चल रही थी। इस प्रदर्शन करने के एवज में पैसे भी मांगे जा रहे थे। वीडियो में मनोज दीक्षित बैठी हुई दिखाई दे रही हैं। वहीं मनोज दीक्षित ने कहां की पार्टी के जिला महासचिव शाहिद अहमद ने उन्हें फंसाया है जिसके बाद शाहिद अहमद को भी उनके पद से हटा दिया गया है। फिलहाल पार्टी ने मनोज दीक्षित और जिला महासचिव के खिलाफ जांच बैठा दी है।