कांग्रेस का घोषणापत्र अलगाववादियों, आतंकवादियों का हितैषी: भाजपा

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Apr 03, 2019

नयी दिल्ली। राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर कांग्रेस को कटघरे में खड़ा करने का प्रयास करते हुए भाजपा ने बुधवार को आरोप लगाया कि विपक्षी पार्टी के घोषणापत्र के विभिन्न प्रावधान अलगाववादियों, आतंकवादियों के पक्ष में हैं और ये सशस्त्र बलों का मनोबल गिराने वाले हैं। भाजपा नेता और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने संवाददाताओं से कहा कि मंगलवार को जारी कांग्रेस का घोषणापत्र देशहित में नहीं है और यह सीधे आतंकवादियों और देश के खिलाफ काम करने वाले अन्य लोगों की मदद करने वाला है।

 

सीतारमण ने सशस्त्रबल विशेष अधिकार अधिनियमन (आफस्पा) की समीक्षा करने और भारतीय दंड संहिता की धारा 124ए को समाप्त करने के कांग्रेस के वादे का हवाला देते हुए विपक्षी पार्टी पर निशाना साधा।  उन्होंने जोर दिया कि उनकी पार्टी आफस्पा को वापस लेने के खिलाफ नहीं है लेकिन ऐसा तभी हो जब स्थिति इसकी इजाजत देती हो। उन्होंने आरोप लगाया कि लेकिन घोषणापत्र में कांग्रेस ने वादा किया है किवह सत्ता में आई तो इसके प्रावधानों की समीक्षा करेगी जिससे आतंकवादियों और उसके हिमायतियों को मतगढंत आरोप लगाने और सुरक्षा बलों पर निशाना साधने की अनुमति मिल सके।

इसे भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ सीएम भूपेश बघेल ने कांग्रेस के घोषणापत्र बताया ऐतिहासिक

भाजपा नेता ने कहा कि मोदी सरकार ने मेघालय और त्रिपुरा तथा असम के हिस्सों से राज्य सरकारों से समन्वय बनाकर आफस्पा को वापस लिया है। उन्होंने सवाल किया कि 2004 से 2014 तक जब कांग्रेस सत्ता में थी तब उसने कितने क्षेत्रों से आफस्पा को हटाया था। कांग्रेस के सशस्त्र बलों के अधिकार और मानवाधिकारों के बीच संतुलन के रूख के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह नहीं मानना चाहिए कि ये एक दूसरे के खिलाफ हैं। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि यह देश की एकता और सशस्त्र बलों के मनोबल के लिये ठीक नहीं है। कांग्रेस घोषणापत्र में कल्याण कार्यक्रमों के संबंध में एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टी का चरित्र वादों को पूरा करने का नहीं रहा है। 

 

प्रमुख खबरें

इस सप्ताह तीन कंपनियां लाएंगी IPO, 6,400 करोड़ रुपये जुटने की उम्मीद

दो साल में आवास ऋण बकाया 10 लाख करोड़ रुपये बढ़ा : RBI आंकड़े

Modi के 400 पार के नारे के साथ दिखी Mumbai की जनता, जताया जीत का विश्वास

अंगदान दर में सुधार के लिए ICU में मस्तिष्क मृत्यु के मामलों की निगरानी करें : केंद्र