By अंकित सिंह | Sep 25, 2021
गृह मंत्री अमित शाह ने आज सहकारिता सम्मेलन को संबोधित किया। अपने संबोधन में गृह मंत्री ने कहा कि देश के विकास के अंदर सहकारिता बहुत महत्वपूर्ण योगदान दे सकती है। उन्होंने माना कि देश के विकास के अंदर सहकारिता का योगदान आज भी है। हमें नए सिरे से सोचना पड़ेगा, नए सिरे से रेखांकित करना पड़ेगा, काम का दायरा बढ़ाना पड़ेगा, पारदर्शिता लानी पड़ेगी। शाह ने कहा कि सहकारिता आंदोलन सबसे ज्यादा प्रासंगिक है, तो आज ही के दिनों में है। हर गांव को कॉ-ऑपरेटिव के साथ जोड़कर, सहकार से समृद्धि के मंत्र साथ हर गांव को समृद्ध बनाना और उसके बाद देश को समृद्ध बनाना, यही सहकार की भूमिका होती है।
राष्ट्रीय सहकारिता सम्मेलन में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि मैं सहकारिता मंत्री के नाते देशभर के सहकारिता नेताओं और कार्यकर्ताओं को कहना चाहता हूं कि लापरवाही का समय समाप्त हुआ है, प्राथमिकता का समय शुरू हुआ है। आइए सब साथ में रहकर सहकारिता को आगे बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि सहकारिता आंदोलन भारत के ग्रामीण समाज की प्रगति भी करेगा और नई सामाजिक पूंजी का कंसेप्ट भी तैयार करेगा। भारत की जनता के स्वभाव में सहकारिता घुली-मिली है। इसलिए भारत में सहकारिता आंदोलन कभी अप्रासंगिक नहीं हो सकता।