By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 10, 2018
जिनेवा। पिछले दो दशक में जलवायु से संबंधित आपदाओं की लागत उससे पिछले 20 वर्ष की तुलना में 250 प्रतिशत से अधिक बढ़कर 2.25 अरब डॉलर पर पहुंच गई है। संयुक्त राष्ट्र ने बुधवार को यह बात कही। आपदा जोखिम न्यूनीकरण पर संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (यूएनआईएसडीआर) ने कहा कि जलवायु परिवर्तन की वजह से सुनामी, बाढ़ और तूफान जैसी खराब मौसम स्थितियां बढ़ी हैं।
यूएनआईएसडीआर ने बेल्जियम के कैथोलिक डे लाउवेन विश्वविद्यालय में आपदाओं से महामारी पर शोध केंद्र (सीआरईडी) की रिपोर्ट में कहा कि 1978-1997 के दौरान जलवायु संबंधी आपदाओं की लागत 89.5 करोड़ डॉलर थी। 1998-2107 के दौरान यह बढ़कर 2.25 अरब डॉलर पर पहुंच गई। रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका, चीन, जापान और भारत जैसे देशों में इसकी वित्तीय लागत अधिक बढ़ी है। रिपोर्ट में बताया गया है कि 1998 से 2017 के दौरान जलवायु संबंधी आपदाओं की संख्या 6,600 से अधिक रही। इसमें तूफान और बाढ़ की संख्या सबसे अधिक रही।