By अंकित सिंह | Dec 23, 2025
कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी) के सांसद जॉन ब्रिटास ने मंगलवार को संसद के शीतकालीन सत्र के समापन के बाद कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत भाजपा नेताओं के साथ चाय पार्टी में शामिल होने पर चिंता व्यक्त की। जॉन ब्रिटास ने कहा कि यह कदम जनता को गलत संदेश देता है कि भाजपा द्वारा महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (एमजीएनआरईजीए) को ध्वस्त करने के कुछ ही घंटों बाद प्रियंका गांधी प्रधानमंत्री मोदी के साथ चाय पी रही हैं।
सीपीआई (एम) सांसद ने कहा कि यह कदम भारत गठबंधन की एकता के लिए हानिकारक है और उन्होंने अपनी पार्टी को इस तरह के सौहार्द का समर्थन करने से अलग कर लिया। एएनआई से बात करते हुए ब्रिटास ने कहा, "यह हम जैसे लोगों के लिए चिंता का विषय रहा है... प्रियंका गांधी और अन्य लोगों को प्रधानमंत्री के साथ चाय पार्टी में बैठे देखना हमारे लिए अच्छा नहीं था। हम उनसे बेहतर मार्गदर्शन की उम्मीद करते थे। मैं आपको यह भी बता सकता हूं कि अपेक्षाकृत छोटे मुद्दों पर भी हम ऐसी चाय पार्टियों से दूर रहे हैं। पिछले मानसून सत्र में हम दूर रहे क्योंकि सरकार एसआईआर पर चर्चा के लिए तैयार नहीं थी। इससे पहले, जब वक्फ विधेयक को जबरदस्ती पारित किया गया था, तब भी हम दूर रहे... उन सभी मुद्दों की तुलना में यह एक बहुत बड़ा मुद्दा था।"
उन्होंने आगे कहा कि प्रियंका गांधी का प्रधानमंत्री के साथ चाय पीना एक तमाशा था। महात्मा गांधी के शव को बुलडोजर से गिराए जाने के कुछ ही घंटों बाद ऐसा दृश्य देखना न केवल दुखद था, बल्कि इससे देश की जनता को गलत संदेश भी गया। मैं इस तरह की दोस्ती का समर्थन नहीं करता, जो विपक्ष की एकता और देश के गरीब लोगों के कल्याण के लिए हानिकारक है। कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने संसद के शीतकालीन सत्र के समापन पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला द्वारा आयोजित चाय पार्टी में भाग लिया। बैठक के दौरान प्रियंका गांधी और पीएम मोदी एक-दूसरे के बगल में बैठे हुए देखे गए।