By अनुराग गुप्ता | Nov 21, 2019
नयी दिल्ली। कांग्रेस की सर्वोच्च नीति निर्धारण इकाई कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) ने गुरुवार को महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ सरकार गठन को लेकर हरी झंडी दे दी है। हालांकि इसका औपचारिक ऐलान नहीं हुआ है। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की अगुवाई में हुई मीटिंग में कॉमन मिनिमम प्रोग्राम के बारे में जानकारी दी गई।
विधानसभा चुनाव घोषित होने के 24 दिन बाद अब सरकार गठन की उम्मीद दिखाई देने लगी है। हालांकि अब एक नया फॉर्मूला तय हुआ है। इस नए फॉर्मूले के तहत पूरे पांच साल तक शिवसेना का ही मुख्यमंत्री होगा। जबकि एनसीपी और कांग्रेस को उप-मुख्यमंत्री का पद मिलेगा।
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बैठक के बाद पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि इस बैठक में कांग्रेस-एनसीपी की बैठक के बारे में जानकारी दी गई है और शुक्रवार तक कोई फैसला होने की उम्मीद है। सूत्रों ने बताया कि सीडब्ल्यूसी में शिवसेना के साथ सरकार गठन के लिए आगे बढ़ने को लेकर आम सहमति बन गई है। सीडब्ल्यूसी की बैठक में चुनावी बॉन्ड के मुद्दे पर भी चर्चा की गई और आगे इसे राष्ट्रीय मुद्दा बनाने पर सहमति बनी।
नए गठबंधन का नाम भी हुआ तय
पहले निकलकर आ रहा था कि कांग्रेस-एनसीपी और शिवसेना के गठबंधन का नाम महाशिव गठबंधन हो सकता है लेकिन इसका नाम महाराष्ट्र विकाश आघाड़ी होगा। जिसको हिन्दी में महाविकास गठबंधन कहेंगे। आज एक बार फिर से कांग्रेस और एनसीपी के नेता दोपहर 3 बजे बैठक करेंगे। यह बैठक एनसीपी प्रमुख शरद पवार के आवास में होगी।
कांग्रेस और एनसीपी के वरिष्ठ नेताओं ने बुधवार को बैठक के बाद ऐलान किया कि वह जल्द ही प्रदेश में शिवसेना के साथ मिलकर नयी सरकार का गठन करेगी।