By रितिका कमठान | Jun 14, 2025
टाटा समूह के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने कर्मचारियों को भावुक पत्र लिखा है। उन्होंने 12 जून को टाटा समूह के इतिहास में सबसे अंधकारमय दिन बताया है। गुरुवार को अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 के भीषण एक्सिडेंट के बाद ये जानकारी आई है।
इस प्लेन क्रैश में 242 लोगों की मौत हो गई है। बता दें कि टाटा समूह ने जनवरी 2022 में एयर इंडिया का अधिग्रहण किया गया था। चंद्रशेखरन ने पत्र में लिखा कि जो भी हुआ वो बेहद अविश्वसनीय है। हम सभी सदमे और शोक में है। किसी व्यक्ति को खोना गहरा दुख देता है। मगर इतनी बड़ी संख्या में लोगों की जान एक साथ चली जाए तो ये एक सहनीय दर्द है। टाटा समूह के इतिहास में ये काला दिन है।
उन्होंने कहा कि बीते 24 घंटों में भारत, ब्रिटेन और अमेरिका की जांच एजेंसियां अहमदाबाद पहुंची है। सभी टीमों ने मिलकर हादसे की जांच को शुरू कर दिया है। उन्होंने आश्वासन दिया है कि टाटा ग्रूप जांच में पूरा सहयोग दे रहा है। जो भी जानकारी सामे आएगी उसे पारदर्शिता के साथ शेयर किया जाएगा।
चंद्रशेखरन ने कहा कि जब हमने एयर इंडिया का संचालन संभाला था तब यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है। कोई समझौता इसमें नहीं हुआ है। जब हम पूरे तथ्यों की पुष्टि नहीं कर पाते, हम कोई सार्वजनिक अनुमान नहीं लगाएंगे। हर तथ्य को पारदर्शिता के साथ शेयर किया जाएगा।
बता दें कि एयर इंडिया की AI-171 फ्लाइट अहमदाबाद से उड़ान भरने के बाद क्रैश हो गई थी। इस उड़ान को भरते हुए कुछ ही मिनट हुए थे, तभी ये प्लेन क्रैश हो गया। ये विमान बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर था। ये फ्लाइट अहमदाबाद के एक मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल से टकराई थी। इसी दौरान भारी विस्फोट हो गया था। तभी आग का बड़ा गोला बना और सब जल कर राख हो गया। बता दें कि एयर इंडिया का संचालन टाटा ग्रुप करता है।
इस विमान में 230 यात्री यात्रा कर रहे थे। इसमें 12 क्रू सदस्य भी थे। इसमें कुल 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 1 कनाडाई और 7 पुर्तगाली नागरिक यात्रा कर रहे थे। एक व्यक्ति ही जीवित बचा है। इस हादसे में मरने वालों की संख्या 265 हो गई है। ये विमान एक रिहायशी इलाके में क्रैश हुआ था। क्रैश होने से पहले एक मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल से टकराया था जहां कई रेजिडेंट डॉक्टर भी मौजूद थे।