By अंकित सिंह | Jun 15, 2021
कोरोना वायरस संकट के बीच एक ओर जहां राज्यों के पास पैसे नहीं है। वहीं, तेलंगाना सरकार ने आईएएस अधिकारियों को लग्जरी गाड़ियां खरीद कर दी है। इसके बाद से तेलंगाना सरकार की जमकर आलोचना हो रही है। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की तरफ से 32 अतिरिक्त जिला कलेक्टर के लिए 32 किया कार्निवल गाड़ियां खरीदी गई है। एक कार की अनुमानित कीमत 25 से 30 लाख रुपए के बीच है। यह गाड़ियां ऐसे समय में खरीदी गई हैं जब राज्य महामारी से गुजर रहा है। तेलंगाना लगभग 40000 करोड़ रुपए के कर्ज में डूबा हुआ है। जाहिर सी बात है ऐसे में राज्य सरकार विपक्ष के निशाने पर जरूर आएगा।
विपक्ष का आरोप है कि राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं की हालत बेहद खराब है। इसके अलावा राज्य में कोरोना वायरस और लॉकडाउन की वजह से राजस्व में कमी आई है। बावजूद उसके इस तरह के लग्जरी गाड़ियों को खरीदा गया। विपक्षी नेताओं ने कहा कि कोरोना संक्रमण के दौरान इन पैसे का इस्तेमाल मरीजों को बेड उपलब्ध कराने के लिए होना चाहिए था। गरीबों के इलाज के लिए होना चाहिए था। विपक्ष ने इसे मुख्यमंत्री का गैर जिम्मेदाराना कदम बताया है।
बताया जा रहा है कि 13 जून को तेलंगाना के परिवहन मंत्री पुववाड़ा अजय कुमार ने हैदराबाद स्थित मुख्यमंत्री आवास से इन कारों को हरी झंडी दिखाई। बताया जा रहा है कि पहले खुद मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने इन कारों का निरीक्षण किया था। तेलंगाना के कांग्रेस नेता वामसी चंद्र रेड्डी ने ट्वीट कर तेलंगाना सरकार पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि अच्छा होता है कि यह कोरोना मरीजों के लिए यह किया गया होता। भाजपा प्रवक्ता कृष्ण सागर राव ने सरकार के इस कदम की तीखे शब्दों में आलोचना करते हुए कहा कि नौकरशाहों को खुश करने के लिए मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव द्वारा की गई सार्वजनिक खजाने की लूट के खिलाफ भाजपा मजबूत विरोध दर्ज कराएगी।