By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Feb 07, 2020
इस सप्ताह दिल्ली विधानसभा चुनावों प्रचार के आखिरी दौर में सभी पार्टियों ने अपने तरकश से हर तरह के तीर निकाल कर एक दूसरे पर निशाना साधा। यह चौंकाने वाला रहा कि दिल्ली में 15 साल राज कर चुकी कांग्रेस के आला नेता प्रचार खत्म होने से मात्र ढाई दिन पहले प्रचार करने उतरे। एक महीने पहले की बात करें तो आम आदमी पार्टी के लिए एकतरफा माने जा रहे इस चुनाव को भाजपा ने कांटे की टक्कर वाले चुनाव में परिवर्तित कर दिया। दूसरी ओर करोड़ों रामभक्तों का सपना उस समय साकार हो गया जब इस सप्ताह मोदी सरकार ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट के गठन की घोषणा कर दी। हालांकि ट्रस्ट में जिन लोगों को सदस्य नहीं बनाया गया है वह विरोध कर रहे हैं लेकिन राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त हो चुका है और मस्जिद निर्माण के लिए भूमि सौंपे जाने का भी ऐलान कर दिया गया है।
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संसद में इस सप्ताह राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर विभिन्न सदस्यों ने अपने विचार रखे और प्रधानमंत्री के जोरदार भाषण के बाद धन्यवाद प्रस्ताव पारित कर दिया गया। यह सप्ताह आम बजट को लेकर भी चर्चा में रहा। लेकिन देशभर की नजर दिल्ली विधानसभा चुनावों पर लगी हुई है क्योंकि इसके परिणाम आगे की राजनीतिक दशा और दिशा भी तय करेंगे। आइए देखते हैं इस सप्ताह की राजनीतिक घटनाओं का विश्लेषण और जानते हैं इस पर जनता की राय।