दिल्ली सरकार की लापरवाही से निर्भया के आरोपी आज तक फांसी पर नहीं लटके: जावड़ेकर

By अभिनय आकाश | Jan 16, 2020

दिल्ली में विधानसभा चुनाव 8 फरवरी को हैं और ऐसे में तमाम दलों की ओर से आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने पत्रकार वार्ता कर आज कांग्रेस और आम आदमी पार्टी पर जमकर निशाना साधा है। सिख दंगों पर आई रिपोर्ट पर कांग्रेस के आड़े हाथों लेते हुए जावड़ेकर ने कहा कि न्यायमूर्ति ढींगरा आयोग ने आज अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने खुलासा किया है कि 1984 में हुए सिख विरोधी दंगों की जांच के लिए कांग्रेस ने कभी कोई नेतृत्व नहीं किया। इस रिपोर्ट में 2-3 बातें सामने आईं हैं। रिपोर्ट में मुख्य निष्कर्ष ये है कि इस नरसंहार की सही जांच हुई ही नहीं। जिसमें करीब 3,000 सिखों को जिंदा जलाया गया, घरों को लूटा गया, जलाया गया और तब के प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने इसका समर्थन किया था। रिपोर्ट में एक उदाहरण देते हुए कहा है कि सुल्तानपुर में दंगों से संबंधित करीब 500 घटनाएं हुईं। इसमें सैकड़ों लोग मारे गए, घर जलाए गए, लूटपाट हुई। लेकिन 500 घटनाओं की सिर्फ एक ही एफआईआर हुई और एक एफआईआर की जांच के लिए सिर्फ एक ही कर्मचारी लगाया गया। उस समय के प्रधानमंत्री राजीव गांधी जी ने हिंसा का समर्थन करते हुए कहा था कि जब कोई बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती हिलती ही है।

इसके साथ ही जावड़ेकर ने निर्भया के दोषियों को फांसी के मामले में केजरीवाल सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि देश को झकझोरने वाले निर्भया केस के आरोपी आज तक फांसी पर नहीं लटके, इसका एकमात्र कारण दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार की लापरवाही है। उच्चतम न्यायालय ने उनकी अपील 2017 में ही खारिज कर दी थी और उन्हें फांसी की सजा दी थी। लेकिन एक प्रक्रिया के तहत तिहाड़ जेल प्रशासन दोषियों को एक नोटिस देता है कि अब आपको कोई दया याचिका या अपील दाख़िल करनी है तो कर लो, अन्यथा फांसी हो जाएगी। संजय राउत के इंदिरा गांधी और डान करीम लाला की मुलाकात वाले बयान पर जावड़ेकर ने कहा कि रोज-रोज ऐसे खुलासे होते रहेंगे। ये अवसरवादी गठबंधन है। 

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