By रेनू तिवारी | Sep 11, 2025
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने कहा है कि उसने दिल्ली और तीन अन्य राज्यों से पाँच संदिग्ध आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है, जो कथित तौर पर "राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों" की योजना बना रहे एक व्यापक मॉड्यूल से जुड़े हैं। पुलिस ने एक बयान में कहा कि उन्होंने हाइड्रोक्लोरिक एसिड, नाइट्रिक एसिड, सोडियम बाइकार्बोनेट, सल्फर पाउडर, बॉल बेयरिंग, एक तराजू, बीकर, दस्ताने, एक श्वसन मास्क और स्ट्रिप वायर, सर्किट, मदरबोर्ड, डायोड और अन्य पुर्जों से भरा एक प्लास्टिक का डिब्बा ज़ब्त किया है। उनका मानना है कि इन वस्तुओं का इस्तेमाल आईईडी बनाने में किया जा रहा था। पहले दो संदिग्धों को जाँच के सिलसिले में पहले ही हिरासत में लिया गया था। पुलिस ने आईईडी बनाने में इस्तेमाल होने वाले कुछ पुर्जे भी बरामद किए हैं।
एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, सूत्रों ने बताया कि आरोपी कई सोशल मीडिया अकाउंट के ज़रिए पाकिस्तान स्थित अपने आकाओं के संपर्क में थे, जिनकी अब पुष्टि की जा रही है।
जांचकर्ताओं के अनुसार, समूह का प्रमुख सदस्य अशरफ दानिश भारत से इस मॉड्यूल का संचालन कर रहा था और एन्क्रिप्टेड और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के ज़रिए पाकिस्तान स्थित लोगों से संपर्क बनाए हुए था। जाँच से पता चला है कि संदिग्ध इन माध्यमों का इस्तेमाल भारत में युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और उन्हें अपने नेटवर्क में भर्ती करने के लिए करते थे। पुलिस सूत्रों ने एएनआई को बताया कि समूह सांप्रदायिक नफरत फैलाने और धार्मिक सद्भाव बिगाड़ने के उद्देश्य से कई ऑनलाइन ग्रुप भी चलाता था।
अधिकारियों के अनुसार, एक बड़े आतंकवाद-रोधी अभियान के तहत चार से पाँच राज्यों में छापे मारे गए, जिसके दौरान लगभग आठ संदिग्धों से पूछताछ की गई। अब तक, आतंकवाद से संबंधित गतिविधियों के संदेह में पाँच लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें दिल्ली से दो और मध्य प्रदेश, हैदराबाद और रांची से एक-एक व्यक्ति शामिल है।
गिरफ्तार किए गए संदिग्धों में से एक, जिसकी पहचान दानिश के रूप में हुई है, के पास से एक देसी पिस्तौल, कारतूस और संदिग्ध सामग्री का एक जखीरा बरामद हुआ। दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा ने उसके पास से हाइड्रोक्लोरिक एसिड, नाइट्रिक एसिड, सल्फर पाउडर, तांबे की चादरें, बॉल बेयरिंग, स्ट्रिप वायर, इलेक्ट्रॉनिक सर्किट, लैपटॉप, मोबाइल फोन और नकदी बरामद की। अधिकारियों का मानना है कि ये सामान हथियार और विस्फोटक बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने थे।