दिल्ली, पुडुचेरी और मेघालय ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में केन्द्रित किया ध्यान: शोध

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Sep 03, 2018

नयी दिल्ली। पुडुचेरी और मेघालय ने 2001 से 2017 के बीच स्वास्थ्य के क्षेत्र में होने वाले खर्च पर लगातार ध्यान केन्द्रित किया है, वहीं मध्यप्रदेश और बिहार जैसे राज्यों ने इस समयावधि में स्वास्थ्य के क्षेत्र में ज्यादा खर्च नहीं किया है। एक नए अध्ययन में यह जानकारी दी गई है। पीएचडी चेंबर ऑफ कॉमर्स एडं इंडस्ट्रीज ने दो अलग अलग समय 2001 से 2008 और 2009 से 2017 के बीच विभिन्न राज्यों द्वारा किए गए खर्च अनुसंधान विश्लेषण पर यह निष्कर्ष निकाला है।

अध्ययन के अनुसार, दिल्ली का स्वास्थ्य खर्च (2009 से 2017 में औसतन)बढ़ कर 9.6 प्रतिशत हो गया जो कि (2001से 2008 में औसतन) 7.1 प्रतिशत था। बाद की अवधि में इसमें 2.5 प्रतिशत का सुधार देखा गया। पीएचडी रिसर्च ब्यूरो ने अध्ययन का विश्लेषण शनिवार को जारी किया। जुलाई 2015 में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जोर दिया था कि शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा दिल्ली सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और दोनों क्षेत्रों में खर्च एक प्रकार का निवेश है।

पीएचडी के अध्ययन में कहा गया है कि पुडुचेरी में स्वास्थ्य के क्षेत्र में खर्च कुल खर्च प्रतिशत में बड़ी बढोतरी 7.8 प्रतिशत की देखी गई जो पहले (2001-2008 में औसतन) 7.0 थी। वहीं मेघालय का आंकड़ा क्रमश: 6.2 और 5.6 प्रतिशत रही। कुल 31 राज्यों और केन्द्र शासित क्षेत्रों में गुजरात,तेलंगाना,नगालैंड, झारखंड और उत्तर प्रदेश के खर्च का भी विश्लेषण किया गया। इसमें कहा गया कि मध्यप्रदेश, बिहार और हरियाण जैसे राज्य स्वास्थ्य के क्षेत्र में ज्यादा खर्च नहीं कर रहे हैं और यह खर्च चार प्रतिशत से भी कम है।

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