By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Feb 12, 2021
बरुईपुर। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कोलकाता में वाम दल से जुड़े छात्रों और कार्यकर्ताओं पर पुलिस की कार्रवाई की शुक्रवार को आलोचना करते हुए कहा कि लोकतंत्र में हर किसी को शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन करने का अधिकार है। दक्षिण 24 परगना जिले के बसंती के जॉयगोपालपुर में एक कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद संवाददाताओं से बात करते हुए धनखड़ ने उम्मीद जतायी कि आगामी चुनाव पारदर्शी तरीके से होगा। उन्होंने कहा कि यह महज कुछ समय की बात है कि बंगाल एक बार फिर ‘सोनार बांग्ला’ बनेगा। उन्होंने कहा, ‘‘अगर कोई मुद्दा है तो लोगों को सरकार के खिलाफ शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करने का अधिकार है। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठियां चलाकर अच्छा काम नहीं किया।’’
वाम मोर्चा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं की मध्य कोलकाता के एस्प्लेनेड क्षेत्र में बृहस्पतिवार दोपहर में पुलिस के साथ झड़प हुई क्योंकि कार्यकर्ताओं ने रोजगार की मांग को लेकर राज्य के सचिवालय ‘नबन्ना’ तक के अपने मार्च के रास्ते में लगे बैरिकेड को तोड़ने की कोशिश की। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू-गैस के गोले भी छोड़े। इसमें कई कार्यकर्ताओं के साथ ही पुलिस को भी चोटें आयीं। वाम दलों के नेताओं ने दावा किया कि पुलिस द्वारा आंसू गैस के गोले छोड़े जाने, पानी की बौछारें करने और लाठियां चलाने के कारण कई कार्यकर्ता घायल हो गए। पुलिस ने कहा कि झड़प में उसके कुछ कर्मी घायल हो गए। राज्यपाल ने सरकारी अधिकारियों को राज्य में चुनाव के पहले अनैतिक गतिविधियों में संलिप्त होने के खिलाफ भी आगाह किया। उन्होंने कहा, ‘‘सरकार में जो काम कर रहे हैं उन्हें अपने गुणों के कारण उनकी नौकरी मिली है। काम के प्रति निष्ठा दिखाइए और राजनीति में संलिप्त ना हों। अनैतिक गतिविधियों से भी दूर रहें।