By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Sep 30, 2020
नयी दिल्ली। धनलक्ष्मी बैंक के शेयरधारकों ने प्रबंध निदेशक (एमडी) एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) सुनील गुरबक्शानी को पदभार संभालने के सात महीने से भी कम समय में बुधवार को बाहर कर दिया। भारतीय रिजर्व बैंक के द्वारा दो साल के लिये बैंक के बोर्ड में अपने महाप्रबंधक डीके कश्यप को नियुक्त करने के एक दिन बाद यह घटना सामने आयी है। केरल स्थित बैंक ने शेयर बाजारों से कहा कि सुनील गुरबक्शानी को बैंक के एमडी एवं सीईओ के रूप में नियुक्त करने के प्रस्ताव का 90 प्रतिशत से अधिक शेयरधारकों ने वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में विरोध किया। कंपनी की 93 वीं एजीएम की रिपोर्ट के अनुसार, 90.49 प्रतिशत शेयरधारकों ने गुरबक्शानी की नियुक्ति के खिलाफ मतदान किया, जबकि केवल 9.51 प्रतिशत ने पक्ष में मतदान किया।
गुरबक्शानी ने इस साल फरवरी में सीईओ का पद संभाला था। वह एक अनुभवी बैंकर हैं और उनके पास भारतीय स्टेट बैंक समूह तथा एक्सिस बैंक के साथ काम करने का 35 वर्षों का अनुभव है। इस बीच, शेयरधारकों ने चार स्वतंत्र निदेशकों ‘पीके विजयकुमार, जी राजगोपालन नायर, सुशीला मेनन आर और जी सुब्रमोनिया अय्यर’ की नियुक्ति को मंजूरी दे दी। बैंक के बोर्ड में निदेशक के रूप में गोपीनाथन सीके की नियुक्ति को भी मंजूरी दी गयी।