By अंकित सिंह | Jun 22, 2025
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने ईरान के तीन परमाणु संयंत्रों पर अमेरिकी हमले और इजरायल व ईरान के बीच चल रहे संघर्ष पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि यह अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र चार्टर का उल्लंघन है। ऐसा करके, मुझे यकीन है कि ईरान आने वाले पांच सालों में एक परमाणु शक्ति संपन्न देश बन जाएगा। हमले से पहले, ईरान ने अपना भंडार स्थानांतरित कर लिया होगा। यह कोई निवारक नहीं होगा। कई अरब देश सोचेंगे कि उन्हें परमाणु क्षमता की आवश्यकता है।
ओवैसी ने कहा कि हमें यह भी याद रखना चाहिए कि खाड़ी और मध्य पूर्व में 16 मिलियन से ज़्यादा भारतीय रहते हैं और अगर उस क्षेत्र में युद्ध छिड़ जाता है, जिसकी दुर्भाग्य से बहुत संभावना है, तो इसका वहां रहने वाले भारतीयों पर बहुत बुरा असर पड़ेगा। भारतीय कंपनियों ने इन सभी अरब देशों या खाड़ी देशों में जो निवेश किया है, और विदेशी निवेश का एक बड़ा हिस्सा इसी क्षेत्र से आता है। और अंत में, ईरान के पास परमाणु हथियार होने के बारे में यह हौवा खड़ा किया गया है, या यह और वह, यही चीज इराक में इस्तेमाल की गई थी, सामूहिक विनाश के हथियार। कुछ नहीं, कुछ भी नहीं निकला।
ओवैसी ने कहा कि हमें पाकिस्तानियों से पूछना चाहिए कि क्या वे चाहते हैं कि ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार मिले। अमेरिका के इस हमले से नेतन्याहू को मदद मिली है, जो फिलिस्तीनियों का कत्लेआम करने वाला है... गाजा में नरसंहार हो रहा है और अमेरिका को इसकी कोई चिंता नहीं है। उन्होंने कहा कि क्या पाकिस्तान के जनरल (सेना प्रमुख असीम मुनीर) ने इसके लिए अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ लंच किया था? आज उन सबका पर्दाफाश हो गया है..।