By अभिनय आकाश | Aug 28, 2025
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दाहिने हाथ पर गहरा काला निशान क्यों है? ट्रंप अलास्का में जब रेड कार्पेट पर चल रहे थे, तब उन्हें अपने पैरों पर कंट्रोल क्यों नहीं था। जिसके बाद से इस बात की चर्चा तेज हो चली कि क्या दुनिया के सबसे ताकतवर शख्स को कोई खतरनाक बीमारी तो नहीं हो गई है। सोशल मीडिया पर ट्रंप की बीमारी को लेकर कई तरह के दावे किए जा रहे हैं। लेकिन व्हाइट हाउस इसे लेकर कोई सफाई नहीं दे रहा है। लिहाजा शक और भी ज्यादा बढ़ता जा रहा है कि क्या वाकई प्रेसिडेंट ट्रंप बीमार हैं? कहा ये जा रहा है कि ट्रंप की स्थिति हर समय और खराब होती चली जा रही है। इसलिए वहां का विपक्ष ट्रंप को हटाकर उपराष्ट्रपति को ही एक्टिंग प्रेसिडेंट के रूप में काम करने की मांग कर रहे हैं। मशहूर मनोवैज्ञानिक डॉ. हैरी सेगल और डॉ. जॉन गार्टनर ने हाल ही में अपने कार्यक्रम थिंकिंग ट्रंप में दावा किया कि 79 वर्षीय ट्रंप में डिमेंशिया (मनोभ्रंश) के साफ लक्षण दिखाई दे रहे हैं। यह बीमारी दिमाग के सामने और किनारे के हिस्सों को प्रभावित करती है, जिसके चलते व्यक्ति के व्यवहार भाषा और मोटर स्किल्स पर असर पड़ता है।
सोशल मीडिया पर ट्रंप की बीमारी के प्रमाण दिए जा रहे हैं। व्हाइट हाउस में दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति से ट्रंप की मुलाकात हो रही थी। इस दौरान राष्ट्रपति ट्रंप के दाहिने हाथ पर गहरे काला नीला निशान नजर आता है। ट्रंप दाहिने हाथ को बाये हाथ से ढकने की बार बार कोशिश करते हैं। लेकिन फिर भी निशान एकदम क्लीयर नजर आ रहा था। कुछ महीने में कई बार ट्रंप के हाथ पर इस तरह के गहरे नीले रंग के निशान की तस्वीरें सामने आई हैं। फरवरी में भी फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात के दौरान ट्रंप के हाथों पर ये निशान नोटिस किया गया था।
अलास्का में ट्रंप और पुतिन की मुलाकात का एक वीडियो खासा चर्चा का विषय बना था। ट्रंप लाल कालीन पर चलते समय डगमगाते नजर आए। ट्रंप का दाहिना पैर उन्हें बाईं ओर ढकेल रहा था। फिर ट्रंप इसे संतुलित करने की कोशिश में दूसरी ओर जा रहे थे। ट्रंप नशे में नहीं दिख रहे थे। फिर भी अपने पैरों पर कंट्रोल खो रहे थे। ट्रंप बार बार कहते हैं कि भारत और पाकिस्तान के बीच सदियों से दुश्मनी है। अमेरिका का राष्ट्रपति जानबूझकर 79 साल पहले अलग हो चुके दो देशों के बीच सदियों की शत्रुता की बात क्यों करेगा?
इट हाउस की ओर से दलील दी गई है कि ट्रंप के हाथ पर निशान लगातार हाथ मिलाने और कार्डियोवस्कुलकर बीमारी की रोकथाम के लिए ली जाने वाली एस्पिरिन के नियमित सेवन से हुई मामली त्वचा की जलन का नतीजा है। ट्रंप को क्रॉनिक वेनस इन्सफिशिएंसी यानी सीवीआई नाम की बीमारी है, जो 70 साल की उम्र से ऊपर लोगों में सामान्य बात है। हालांकि दुनिया ही नहीं खुद अमेरिकी लोग भी इस दलील को पचा नहीं पा रहे हैं। कैलिफोर्निया के गवर्नर न्यूसम ने ट्रंप का एक वीडियो रिट्वीट करते हुए एआई चैटबॉट ग्रोक से पूछा कि क्या डिमेंशिया का शिकार हुए लोग बार-बार झूठे बयान दोहराते हैं। चैटबॉट ने हां में जवाब दिया तो बतौर कैप्शन उन्होंने उस जवाब को पोस्ट कर दिया। इसे राष्ट्रपति ट्रंप की याददाश्त और मानसिक स्थिति पर तंज कहा गया है।