By अंकित सिंह | Jul 11, 2025
जम्मू-कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला द्वारा पश्चिम बंगाल के लोगों को जम्मू-कश्मीर आने का न्योता दिए जाने पर पश्चिम बंगाल के नेता प्रतिपक्ष और भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने एक ऐसा बयान दिया है जिससे सियासत तेज ह गई है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि कोई भी बंगाली कश्मीर नहीं जाएगा। मैं यह पार्टी की मान्यता के आधार पर कह रहा हूं, उन जगहों पर न जाएं जहां मुस्लिम बहुसंख्यक हैं। अगर आप जम्मू-कश्मीर जा रहे हैं तो जम्मू जाएं। हत्या से पहले शरीर के अंगों और सिंदूर की जांच की गई थी।
शुभेंदु अधिकारी ने आगे कहा कि हिमाचल प्रदेश जाएं, यह देवभूमि है। उत्तराखंड और ओडिशा जाएं। हमें देश के सभी हिस्सों का दौरा करना चाहिए। मैं बंगाल के लोगों को चेतावनी दे रहा हूं कि वे मुस्लिम बहुल इलाकों में न जाएं। आपकी जान आपकी प्राथमिकता है। अपने जीवन, बच्चों और महिलाओं की रक्षा करें। शुभेंदु अधिकारी अब सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की ओर से राजनीतिक आलोचना का सामना कर रहे हैं, जिसने उनके बयान को "सांप्रदायिक उकसावे की एक शर्मनाक और सोची-समझी कार्रवाई" करार दिया है।
पार्टी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में लिखा कि भाजपा नेता पहलगाम हमले को अंजाम देने वाले आतंकवादियों को ठीक वही दे रहे हैं जो वे चाहते थे। तृणमूल कांग्रेस ने अधिकारी की टिप्पणी को 'सोची-समझी सांप्रदायिक उकसावे' करार दिया। ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पार्टी ने भाजपा नेताओं के हालिया बयानों की ओर इशारा किया, जिनमें भारतीय संविधान की प्रस्तावना से 'धर्मनिरपेक्ष' शब्द हटाने की मांग की गई थी। पोस्ट में आगे कहा गया, "यह वही भाजपा है जो संविधान से 'धर्मनिरपेक्ष' शब्द को हटाना चाहती है। एक लोकतांत्रिक देश में ऐसे बयानों का कोई स्थान नहीं है। हम भाजपा को भारतीयों के बीच की खाई को पाटने नहीं देंगे। न कश्मीर में, न बंगाल में, न कहीं और।"