पानी के बिना दवाई लेने की न करें भूल, पड़ जाएंगे लेने के देने

By मिताली जैन | Dec 27, 2018

अक्सर बीमार होने पर व्यक्ति दवाई का सेवन करता है। कुछ दवाओं को छोड़ दें तो अधिकतर दवाओं को पानी के साथ ही लेने की सलाह दी जाती है। लेकिन कई बार लोग दवाईयों को यूं ही निगल लेते हैं या फिर पानी के अतिरिक्त किसी अन्य चीज के साथ दवाई लेते हैं। अगर वह पानी पीते भी हैं तो दवाई लेने के बाद महज एक घूंट पानी पीकर ही संतोष कर लेते हैं। जिससे उस दवाई का फायदा कम और नुकसान ज्यादा होता है। अंततः व्यक्ति दवाई को गलत मानकर उसे ही दोष देता है। तो चलिए जानते हैं बिना पानी के दवाई लेने से होने वाले नुकसानों के बारे में−

 

इसे भी पढ़ेंः अगर देर रात करते हैं भोजन, तो हो सकते हैं यह भयंकर परिणाम

 

गले की नली में परेशानी

अगर आप जो दवा ले रहे हैं, उसका साइज बड़ा हो तो पर्याप्त मात्रा में पानी पीना बेहद आवश्यक हो जाता है। ऐसा न करने की स्थिति में दवाई का गले की नली में अटकने का डर बना रहता है। इसके अतिरिक्त ऐसा करने से गले की नली में जलन, सीने में जलन या दर्द भी हो सकता है।

 

एसोफैगस में अल्सर

तुर्की जर्नल ऑफ गैस्टोएंटेरोलॉजी के एक अध्ययन के अनुसार, अधिकतर दवाएं गले की नली अर्थात् एसोफैगस में अल्सर का कारण बन सकती है। दवाइयों के साइडइफेक्ट के कारण यह समस्या उत्पन्न होती है। यहां स्थिति और भी गंभीर तब हो जाती है, जब दवाईयों का सेवन पानी के बिना या बेहद कम पानी के साथ किया जाता है। इसलिए इस दवाईयों के दुष्प्रभाव को न्यूनतम करने के लिए दवाई लेते समय पर्याप्त मात्रा में पानी अवश्य लें।

 

इसे भी पढ़ेंः सोंठ से होते हैं स्वास्थ्य को कई सारे लाभ, जरा आजमा कर देखिये


रिएक्शन का डर

कुछ लोग जल्दी−जल्दी में या पानी न होने की स्थिति में शीतलपेय, ग्लूकोन डी या अन्य किसी पेय पदार्थ के साथ दवाई का सेवन करते हैं। ऐसा भूलकर भी नहीं करना चाहिए। दरअसल, हर दवाई में कुछ केमिकल का प्रयोग किया जाता है और कई बार गलत चीज के साथ दवाई लेने से रिएक्शन भी हो जाता है, जो काफी खतरनाक हो सकता है। इतना ही नहीं, अगर टेबलेट गले की नली में अटक जाती है तो इससे व्यक्ति को सांस लेने में भी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। 

 

इसे भी पढ़ेंः सर्दी लग गयी है? नाक बंद हो गयी है? यह घरेलू उपाय देंगे तत्काल राहत

 

न करें नजरअंदाज

दवाई लेने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीना तो जरूरी है ही, साथ ही कुछ बातों का भी विशेष रूप से ध्यान रखें। उदाहरण के तौर पर, दिन में आठ से दस गिलास पानी का सेवन अवश्य करें। इसके अतिरिक्त कभी भी लेटकर दवाई का सेवन न करें। बेहतर होगा कि हमेशा खड़े होकर या बैठकर ही दवाई लें। 

 

-मिताली जैन

प्रमुख खबरें

कौन है असली ग्रुप ऑफ डेथ? FIFA World Cup 2026 ड्रॉ के बाद विश्लेषकों की राय, इन ग्रुप्स पर टिकी नजरें

India-US Trade Pact: 10 दिसंबर से शुरू होगा पहले चरण का मंथन, टैरिफ पर हो सकती है बात

रूस में फैलेगा पतंजलि का साम्राज्य, MoU साइन, योग और भारतीय संस्कृति का बढ़ेगा प्रभाव

7 दिसंबर तक रिफंड-क्लियर करो, 48 घंटे में सामान घर पहुंचाओ, वरना होगी सख्त कार्रवाई, सरकार की लास्ट वॉर्निंग