By नीरज कुमार दुबे | May 05, 2023
उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति को बेहतर बनाये रखने के लिए सदैव प्रयासरत रहने वाली योगी सरकार जाति-धर्म देखकर एक्शन नहीं लेती, बल्कि उसके निशाने पर हर वो अपराधी रहता है जो खुद को जुर्म की दुनिया का बेताज बादशाह समझता है। पूर्व में भले अपराधियों ने सत्ता के संरक्षण से बड़ा नेटवर्क खड़ा कर लिया था लेकिन अब माफिया मिट्टी में मिलाये जा रहे हैं। हालात यह हो गये हैं कि योगी सरकार बचे हुए टॉप माफियाओं की जब तक सूची निकालती है तब तक उसमें से एकाध और पुलिस मुठभेड़ में मार गिराया जाता है।
इसके अलावा, हाल ही में अतीक अहमद के आतंक का अंत हुआ तो उस गैंगस्टर के अपराधों को नहीं उसके धर्म को मुद्दा बनाते हुए योगी सरकार को घेरा गया लेकिन जब एक दिन पहले कुख्यात गैंगस्टर अनिल दुजाना पुलिस की गोलियां खा रहा था तब टूलकिट गैंग खामोश रहा। हम आपको बता दें कि योगी सरकार ने हाल ही में टॉप गैंगस्टरों की जिलावार सूची जारी की थी जिसमें गौतमबुद्धनगर कमिश्नरेट में सुंदर भाटी, सिंहराज भाटी, अमित कसाना, अनिल भाटी, रणदीप भाटी, मनोज उर्फ आसे और अनिल दुजाना के नाम शामिल थे। अब इनमें से अनिल दुजाना का नाम हट गया है क्योंकि उसके अपराधों का हिसाब हो चुका है। उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) ने बताया है कि हत्या के 18 मामलों समेत रंगदारी, अपहरण आदि मामलों में आरोपी खूंखार गैंगस्टर अनिल दुजाना को मेरठ जिले के एक गांव में मुठभेड़ में मार गिराया गया।
जहां तक उसके परिजनों की बात है तो आपको बता दें कि 2019 में एक मामले की सुनवाई के बाद उसने अदालत परिसर में मंगनी की थी। पश्चिमी उत्तरी प्रदेश के सबसे वांछित अपराधियों में शामिल रहे दुजाना ने फरवरी 2019 में गौतमबुद्ध के सूरजपुर अदालत परिसर में अतिरिक्त जिला न्यायाधीश (द्वितीय) की अदालत के बाहर बागपत से ताल्लुक रखने वाली पूजा से मंगनी की थी। चार साल पुरानी वाली घटना के बारे में एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ''पुलिस टीम अदालत में थी और एक दम से नाटकीय मोड़ आया। दुजाना के कुछ समर्थक और सहयोगी जोड़े के लिए मालाएं लेकर अदालत पहुंचे।” एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि दुजाना ने फरवरी 2021 में पूजा से शादी की की थी जो उस समय 20-22 साल की थी।