रेस्तरां, दवा और किराना की डिलीवरी करने वाले स्विगी (Swiggy and Dunzo) जल्द ही महामारी के दौरान ड्रोन के माध्यम से सामान की डिलिवरी करेगी। बता दें कि ड्रोन से डिलीवरी को लेकर नियंत्रित वातावरण में टेस्ट रन पहले ही शुरू हो चुके हैं। टीओआई में छपी एक खबर के मुताबिक, सरकार ने स्विगी, डंज़ो और स्पाइसजेट सहित 20 संस्थाओं को ड्रोन की प्रयोगात्मक उड़ानों को "दृश्य रेखा से परे (BVLOS)" करने की अनुमति दी है। एक बार जब यह प्रोटोकॉल सफल प्रायोगिक उड़ानों के बाद स्थापित हो जाता है, तो सुरक्षा और सुरक्षा के मुद्दों को सुनिश्चित करते हुए ड्रोन का इस्तेमाल कोविड जैब्स, दवाओं और भोजन देने जैसे विभिन्न उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है।
फूड डिलिवरी कंपनी के एक सीनियर एग्जिक्यूटिव ने कहा, "यह एक हब-एंड-स्पोक मॉडल हो सकता है जो डिलीवरी के समय में भारी कटौती करने में मदद करेगा।" उदाहरण के लिए, यदि रास्ता लंबा है, तो ड्रोन का उपयोग दवाओं या भोजन को एक केंद्रीय स्थान पर फेरी करने के लिए किया जा सकता है जहां से वितरण अधिकारी उन्हें एकत्र कर सकते हैं।" उन्होंने कहा कि ड्रोन के माध्यम से लास्ट माइल की डिलीवरी भारत में मुश्किल है क्योंकि छत पर स्पष्ट लैंडिंग क्षेत्र नहीं होते हैं और अक्सर बिजली लाइनों के साथ बाधित होते हैं"।अर्जुन अग्रवाल, एमडी, आर्क वेंचर्स ड्रोन अंतरिक्ष में भारत के प्रमुख निवेशकों में से एक ने कहा, ड्रोन इकोसिस्टम ने उद्योग 4.0 के रूप में खुद को तेजी से स्थापित किया है, जिसे मेडिसिन, लॉजिस्टिक, रक्षा, मनोरंजन, फिल्म निर्माण और भारी उद्योग जैसे सेक्टरों के विशाल स्पेक्ट्रम में सफलतापूर्वक अपनाया गया है"।