By दिव्यांशी भदौरिया | Oct 11, 2024
दशहरा जिसे विजयादशमी के नाम से भी जाना जाता है। यह एक प्रमुख हिंदू त्योहार है। यह त्योहार बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है। इस दिन भगवान राम ने रावण का वध किया था और लंका पर जीत हासिल की थी। इस साल दशहरा 12 अक्टूबर, शनिवार को यानी कल है। दशहरा के दिन हवन करना काफी शुभ माना जाता है। हवन करने से घर की सारी परेशानियां खत्म हो जाती है। आइए जानते हैं हवन विधि।
जानें हवन की विधि
- दशहरा के दिन सुबह जल्दी उठ जाएं।
- स्नान के बाद स्वच्छ कपड़े पहनें।
- धार्मिक ग्रंथों के अनुसार हवन के दौरान पति-पत्नी एक साथ बैठे।
- हवन कुंड में आम के पेड़ की लकड़ी और कपूर से अग्नि प्रज्जवलित करें।
- हवन कुंड में सभी देवी-देवताओं के नाम की आहुति दें।
- मान्यता के अनुसार कम से कम 108 बार आहुति देनी चाहिए।
- हवन के समाप्त होने बाद आरती करें और भगवान को भोग लगाएं।
हवन साम्रगी नोट करें
आम की लकड़ियां बेल, नीम, पलाश का पौधा, कलीगंज, देवदार की जड़, गूलर की छाल और पत्ती, पापल की छाल और तना, बेर, आम की पत्ती और तना, चंदन का लकड़ी, तिल, कपूर, लौंग, चावल, ब्राह्मी, मुलैठी, अश्वगंधा की जड़, बहेड़ा का फल, हर्रे, घी, शक्कर, जौ, गुगल, लोभान, इलायची, गाय के गोबर से बने उपले, घी, नीरियल, लाल कपड़ा, कलावा, सुपारी, पान, बताशा, पूरी और खीर।