प्रवर्तन निदेशालय ने ऑनलाइन भुगतान मंचों के खातों में रखे 9.82 करोड़ रुपये जब्त किए

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Sep 29, 2022

नयी दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने ‘चीनी नियंत्रण’ वाले एक निवेश ऐप के खिलाफ जारी धनशोधन मामले की जांच के सिलसिले में कुछ ऑनलाइन भुगतान मंचों के मर्चेंट खातों में रखे हुए 9.82 करोड़ रुपये मूल्य का कोष जब्त किया है। जांच एजेंसी ने दूसरी बार ऑनलाइन भुगतान मंचों के मर्चेंट खातों में रखी हुई राशि को जब्त किया है। ईडी ने बृहस्पतिवार को एक बयान में इसकी जानकारी दी।

इसे भी पढ़ें: Modi In Gujarat। 'हम वचन के पक्के लोग', पीएम मोदी बोले- हमारा लक्ष्य सत्ता सुख नहीं, यह सेवा का माध्यम

एजेंसी ने कहा, ‘‘कोमीन नेटवर्क टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड एवं कुछ अन्य चीनी नियंत्रण वाली इकाइयों का गैर-वित्तीय बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) के साथ सेवा करार है। चीनी स्वामित्व वाली ये इकाइयां कैशहोम, कैशमार्ट और ईजीलोन जैसे कई संदिग्ध कर्ज एवं अन्य ऐप का परिचालन कर रही थीं। वे इन मोबाइल ऐप का संचालन करने के नाम पर आम लोगों से पैसा भी जुटाने में लिप्त थीं।’’ इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय की नजर ऐप-आधारित टोकन एचपीजेड पर लगी हुई है। धनशोधन निवारक कानून के तहत कोमीन नेटवर्क टेक्नोलॉजी, मोबिक्रेड टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड, बायतू टेक्नोलॉजी, अलिये नेटवर्क, वीकैश टेक्नोलॉजी, लार्टिंग प्राइवेट लिमिटेड, मैजिक बर्ड टेक्नोलॉजी और एसपर्ल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड का कोषजब्त किया गया है। ईडी ने कहा, ‘‘चीनी नियंत्रण वाली कई इकाइयों के मर्चेंट खातों में 9.82 करोड़ रुपये मूल्य के कोष को जब्त कर लिया है।’’ जांच एजेंसी ने कुछ दिनों पहले भी इसी तरह का एक अभियान चलाया था जिसके दौरान 46.67 करोड़ रुपये की राशि जब्त की गई थी। उस अभियान में ईजबज, रेजरपे, कैशफ्री और पेटीएम जैसे भुगतान मंचों के खातों में रखी हुई राशि जब्त की गई थी।

प्रमुख खबरें

शादी में आमिर खान और एक्स वाइफ रीना दत्ता ने हाथ पकड़कर किया रोमांटिक डांस, बेटी इरा को कसकर गले लगाया, Watch Video

Andhra Pradesh Assembly Elections: क्या आंध्र प्रदेश में TDP की टूटती सांस को फिर मिलेगा सहारा, समझिए समीकरण

संदेशखाली की घटना को अभिषेक बनर्जी ने बताया मनगढ़ंत, स्टिंग वीडियो से गरमाई बंगाल की सियासत

4 जून के बाद कांग्रेस में एक और टूट होगी! प्रमोद कृष्णम का बड़ा दावा- साजिश की शिकार हुईं प्रियंका गांधी