महामारी से निपटने के निए वैश्विक सहयोग को बढ़ाना वक्त की जरूरत: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jul 08, 2020

नयी दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि कोरोना वायरस को शिकस्त देने के लिए चल रहे अंतरराष्ट्रीय प्रयासों में भारत अग्रिम मोर्चे पर है और महामारी से प्रभावी तरीके से निपटने के निए वैश्विक सहयोग को बढ़ाना वक्त की जरूरत है। कोविंद ने बुधवार को न्यूजीलैंड, ब्रिटेन और उज्बेकिस्तान के मिशन प्रमुखों के परिचय पत्र प्राप्त करने संबंधी आयोजन में कहा कि भारत के तीनों देशों के साथ प्रगाढ़ संबंध हैं और वह अहम वैश्विक मुद्दों पर उनसे समान विचार साझा करता है। राष्ट्रपति भवन से जारी बयान के अनुसार राष्ट्रपति ने कहा कि कोविड-19 महामारी से प्रभावी तरीके से निपटने के लिए वैश्विक सहयोग को बढ़ाना वक्त की जरूरत है। बयान में कहा गया कि भारत महामारी को शिकस्त देने के लिए चल रहे अंतरराष्ट्रीय प्रयासों में अग्रिम मोर्चे पर हैं।’’ 

इसे भी पढ़ें: लेह से लौटते ही PM मोदी ने राष्ट्रपति से की मुलाकात, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर 40 मिनट तक हुई बात 

राष्ट्रपति ने तीनों देशों के साथ जीवंत संबंधों पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि सत्र 2021-22 के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का सदस्य होने के नाते भारत वैश्विक शांति और समृद्धि को मजबूत करने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ काम करने को उत्सुक है। बयान के अनुसार,‘‘यह दूसरी बार है जब कोरोना वायरस संक्रमण के कारण राष्ट्रपति भवन में परिचय पत्र सौंपने का यह कार्यक्रम वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए हुआ है।’’ इससे पहले राष्ट्रपति मई माह में सात देशों के राजदूतों से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए पहचानपत्र प्राप्त कर चुके हैं। न्यूजीलैंड के उच्चायुक्त डेविड पाइन, ब्रिटेन के उच्चायुक्त सर फिलिप बार्टन और उज्बेकिस्तान गणराज्य के राजदूत अखातोव दिलशोद खामिदोविच ने बुधवार को राष्ट्रपति को अपने परिचय पत्र सौंपे। कोविंद ने सभी राजदूतों को शुभकामनाएं दीं।

प्रमुख खबरें

IPL 2024 CSK vs PBKS: पंजाब किंग्स ने चेन्नई सुपर किंग्स को दी शिकस्त, स्पिनरों का शानदार प्रदर्शन

Travel Tips: हनीमून का बना रहे हैं प्लान तो भूलकर भी न जाएं ये जगह, धूप और पसीने से खराब हो जाएगी हालत

Pakistan : सुरक्षाबलों ने तहरीक-ए-तालिबान के दो आतंकवादियों को मार गिराया

मतदान प्रतिशत बढ़ने पर Mamata ने जताई चिंता, EVM की प्रामाणिकता पर सवाल उठाए