By रेनू तिवारी | Nov 20, 2021
शिवसेना सांसद कृपाल तुमाने ने गुरुवार को अभिनेता कंगना रनौत पर महात्मा गांधी पर उनकी हालिया टिप्पणियों को लेकर निशाना साधा। पार्टी के साथी नेताओं द्वारा उनके पुरस्कारों को रद्द करने का आह्वान करने के कुछ दिनों बाद, लोकसभा सांसद ने उन्हें हाल ही में पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित करने पर भी सवाल उठाया है।
तुमाने ने आरोप लगाया, "अगर महात्मा गांधी सत्ता के लालची होते तो प्रधानमंत्री-राष्ट्रपति उस समय सब कुछ बन सकते थे। दिल्ली के हर सांसद और विधायक को पता है कि कंगना रनौत ने पद्मश्री पाने के लिए क्या किया।" उन्होंने कहा कंगना रनौत को क्या करके पद्म श्री मिला, किसके पांव चाटने से, क्या-क्या चाटने से ये पद मिला है ये दिल्ली के सभी सांसद, विधायक बहुत अच्छे से जानते हैं।
प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष आरिफ नसीम खान ने रानौत के खिलाफ देशद्रोह के आरोप में प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग की थी। महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने भी अभिनेता के बयान को "पूरी तरह से गलत" करार दिया, और कहा कि उन्हें "1947 में मिली स्वतंत्रता पर टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं है"।
कांग्रेस की अंडमान निकोबार द्वीपइकाई ने अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ उनके 1947 में भारत की आजादी को ‘भीख’ बताने वाले बयान कोलेकर शिकायत दर्ज कराई है। पार्टी की ओर से जारी एक बयान में यह जानकारी दी गई। बयान में कहा गया कि अंडमान और निकोबार प्रदेश महिला कांग्रेस समिति की मंडलीय समन्वयक (दक्षिण अंडमान) जुबैदा बेगम ने बुधवार को एबरडीन पुलिस थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई। अंडमान निकोबार क्षेत्रीय कांग्रेस समिति के अध्यक्ष रंगलाल हालदार ने एक बयान में कहा कि बॉलीवुड अभिनेत्री का बयान पूरी तरह से “स्तब्ध करने वाला और आपत्तिजनक था।”
उन्होंने कहा कि देश के सबसे बड़े नागरिक सम्मान में से एक पद्मश्री से पुरस्कृत हस्ती सेइस तरह के अशिष्ट और अपमानजनक बयान की आशा नहीं की जाती। रनौत ने मंगलवार को एक नए विवाद को जन्म देते हुए दावा किया कि सुभाष चंद्र बोस और भगत सिंह को महात्मा गांधी से कोई समर्थन नहीं मिला। उन्होंने महात्मा गांधी के अहिंसा के मंत्र का मज़ाक उड़ाते हुए कहा कि दूसरा गाल आगे करने से ‘भीख’ मिलती है न कि आज़ादी। रनौत ने पिछले हफ्ते कहा था कि 1947 में भारत को आज़ादी नहीं, बल्कि ‘भीख’ मिली थी, असली स्वतंत्रता 2014 में मिली जब नरेंद्र मोदी की सरकार सत्ता में आई।