By डॉ. अनिमेष शर्मा | Nov 06, 2025
सोशल मीडिया दिग्गज मेटा (Meta) ने अपने यूजर्स को एक बड़ा तोहफा दिया है। कंपनी ने फेसबुक डेटिंग (Facebook Dating) में दो नए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित फीचर्स जोड़े हैं; AI डेटिंग असिस्टेंट और मीट क्यूट (Meet Cute)। इनका उद्देश्य सिर्फ स्वाइप या चैट तक सीमित रहना नहीं, बल्कि वास्तविक और अर्थपूर्ण रिश्ते बनाना है। इस कदम के साथ फेसबुक ने टिंडर, बंबल और हिन्ज जैसी लोकप्रिय डेटिंग ऐप्स को सीधी टक्कर देने का संकेत दे दिया है।
मेटा का AI डेटिंग असिस्टेंट फीचर वास्तव में एक डिजिटल मैचमेकर की तरह काम करता है। यह यूजर्स की पसंद, रुचियों और प्रोफाइल गतिविधियों के आधार पर सही मैच ढूंढने में मदद करता है। सिर्फ इतना ही नहीं, यह फीचर डेट पर जाने के लिए क्रिएटिव आइडियाज भी सुझाता है, जैसे पहली मुलाकात कहाँ हो, किस तरह का सरप्राइज प्लान किया जाए, या बातचीत कैसे शुरू की जाए। साथ ही, यह असिस्टेंट प्रोफाइल सुधारने में भी मदद करता है, जैसे कि कौन सी फोटो बेहतर लगेगी, या बायो को कैसे अधिक आकर्षक बनाया जाए। फिलहाल यह फीचर अमेरिका और कनाडा में लॉन्च हुआ है, लेकिन उम्मीद है कि जल्द ही इसे वैश्विक स्तर पर रोलआउट किया जाएगा।
डेटिंग ऐप्स पर लगातार स्वाइपिंग और घोस्टिंग से परेशान यूजर्स के लिए मेटा ने एक नया और रोमांचक फीचर पेश किया है—मीट क्यूट (Meet Cute)। यह फीचर हर हफ्ते यूजर को एक सरप्राइज मैच भेजेगा, जो पूरी तरह मेटा के एल्गोरिदम द्वारा चुना जाएगा। यूजर चाहे तो उस मैच से चैट शुरू कर सकता है या सिर्फ एक टैप में अनमैच कर सकता है। इस फीचर का मकसद है डेटिंग को फिर से सरप्राइज और एक्साइटमेंट से भरपूर बनाना, ताकि लोग ऐप पर ज़्यादा जुड़ाव महसूस करें। मेटा ने कहा है कि यूजर्स की प्रतिक्रियाओं के आधार पर इस फीचर को और बेहतर बनाया जाएगा।
मेटा का यह कदम ऐसे समय में आया है जब मैच ग्रुप की कंपनियाँ, जैसे टिंडर, हिन्ज और ओकेक्यूपिड; पहले से ही एआई को अपने सिस्टम में शामिल करने की कोशिश कर रही हैं। इन कंपनियों ने पिछले साल OpenAI के साथ करीब 20 मिलियन डॉलर की साझेदारी की थी, लेकिन इसके बावजूद मैच ग्रुप की वित्तीय स्थिति में खास सुधार नहीं हुआ। रिपोर्ट्स बताती हैं कि पिछले पाँच सालों में कंपनी के स्टॉक में करीब 68% की गिरावट दर्ज की गई है। इस स्थिति में फेसबुक का एआई मैचमेकर फीचर न सिर्फ एक प्रतिस्पर्धी मोड़ लाएगा, बल्कि डेटिंग मार्केट की रणनीतियों को भी नया आकार देगा।
डेटिंग ऐप्स के यूजर्स अक्सर “Swipe Fatigue” यानी लगातार स्वाइप करने की थकान की शिकायत करते हैं। मेटा का मानना है कि AI आधारित निजीकरण (Personalization) इस समस्या का समाधान कर सकता है। AI असिस्टेंट की मदद से यूजर को वही प्रोफाइल दिखेंगी जो उनके लिए सच में उपयुक्त हों, जिससे समय की बचत और अनुभव दोनों में सुधार होगा। इसके अलावा, मीट क्यूट जैसे फीचर्स से यूजर्स को सरप्राइज एलिमेंट मिलेगा, जो रिश्तों को सहज और स्वाभाविक तरीके से विकसित करने में मदद करेगा।
मेटा की यह पहल डेटिंग ऐप इंडस्ट्री में एक नई दिशा की शुरुआत कर सकती है। अब जबकि एआई हर क्षेत्र को बदल रहा है, मार्केटिंग, हेल्थ, एजुकेशन या सोशल नेटवर्किंग, डेटिंग भी इससे अछूती नहीं रही।
फेसबुक का एआई मैचमेकर न केवल डेटिंग अनुभव को पर्सनलाइज करेगा, बल्कि यह दिखाएगा कि कैसे टेक्नोलॉजी मानवीय भावनाओं को और गहराई से समझ सकती है। मेटा की यह रणनीति न सिर्फ फेसबुक डेटिंग को दोबारा लोकप्रिय बनाएगी, बल्कि टिंडर और बंबल जैसी ऐप्स के लिए भी नई चुनौती पेश करेगी। मेटा का एआई मैचमेकर और मीट क्यूट फीचर दर्शाता है कि डेटिंग का भविष्य अब सिर्फ प्रोफाइल्स और स्वाइप्स पर निर्भर नहीं रहेगा, बल्कि इसमें स्मार्ट तकनीक, भावनाओं की समझ और अनुभव का निजीकरण अहम भूमिका निभाएंगे। यदि यह प्रयोग सफल रहा, तो आने वाले समय में फेसबुक डेटिंग टिंडर और बंबल के बीच एक मजबूत विकल्प बनकर उभरेगी।
- डॉ. अनिमेष शर्मा