By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Feb 11, 2018
लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती ने कहा कि मध्य प्रदेश कृषि प्रधान राज्य है और राज्य सरकार की प्राथमिकता किसान तथा मजदूर हितैषी होनी चाहिये लेकिन वहाँ भाजपा के शासनकाल में ख़ासकर किसान तथा खेतिहर मजदूर वर्ग के लोग सबसे ज़्यादा दुःखी और परेशान हैं। मायावती ने बसपा की मध्य प्रदेश इकाई के पदाधिकारियों के साथ बैठक की और पार्टी संगठन की तैयारियों तथा सर्वसमाज में पार्टी के जनाधार को मज़बूत बनाने के साथ-साथ इसी वर्ष वहाँ होने वाले विधानसभा चुनाव को पूरी तैयारी के साथ लड़ने के सम्बन्ध में गहन चर्चा की।
उन्होंने कहा कि जब किसान तथा खेतिहर मजदूर वर्ग के लोग अपनी माँगों के समर्थन में आन्दोलन के लिए सड़क पर उतरते हैं तो तब उन्हें सरकार अपनी निरंकुशता तथा जुल्म-ज्यादती का शिकार बनाती है, जो काफी दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है। मायावती ने आरोप लगाया कि मध्य प्रदेश में भी भाजपा की सरकार खासकर यहाँ दलितों, पिछड़ों, मुस्लिम तथा अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों आदि के साथ-साथ किसान वर्ग के साथ भी बर्बर व्यवहार कर रही है। उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं बल्कि आरएसएस की संकीर्ण, नफरत तथा विघटनकारी सोच को सर्वसमाज के लोगों पर जबर्दस्ती थोपने के लिये संविधान तथा कानून को पूरी तरह से ताक पर रख दिया गया है।
बसपा प्रमुख ने कहा कि इसके साथ ही मध्य प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति भी अच्छी नहीं है। माफियाओं की हिम्मत इतनी ज्यादा बढ़ गयी हैं कि वे अधिकारियों पर भी हमले कर रहे है जो वहाँ व्याप्त जंगलराज को साबित करता है। इसके अलावा वहां भ्रष्टाचार का काफी ज़्यादा बोलबाला है। उन्होंने कहा कि राजस्थान की तरह ही दूसरे पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश में भी भाजपा की जनविरोधी सरकार जाने वाली है। वहाँ होने वाले इस सुखद परिवर्तन में बसपा को अपनी ख़ास भूमिका निभानी है।