पंजाब में फिर शुरू हुआ किसान आंदोलन, चंडीगढ़-मोहाली सीमा पर डटे, CM ने बातचीत के लिए बुलाया

By अंकित सिंह | May 18, 2022

पंजाब में एक बार फिर से किसान आंदोलन होता दिखाई दे रहा है। हालांकि इस बार पंजाब के किसानों का केंद्र सरकार नहीं बल्कि स्थानीय आम आदमी पार्टी की सरकार से टकराव है। दरअसल, पंजाब के 23 किसान संघों ने गेहूं खरीद पर बोनस और 10 जून से धान की बुवाई शुरू करने सहित विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन करने की शुरुआत कर दी है। मंगलवार को अपनी मांगों को लेकर किसान राजधानी चंडीगढ़ पहुंचना चाह रहे थे। लेकिन उन्हें प्रवेश करने से रोक दिया गया। जिसके बाद नाराज किसानों ने सड़क पर ही रास्ते पर बैठ गए और यही रात बिताई। फिलहाल, किसान मोहाली-चंडीगढ़ बॉर्डर पर बैठे हुए हैं। इन सबके बीच पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान में किसानों को बातचीत के लिए बुलाया है। एक किसान नेता के मुताबिक के मोहाली के उपायुक्त और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री के साथ बैठक के लिए उन्हें आमंत्रित किया है। किसानों की ओर से कहा गया है कि वे मुख्यमंत्री के साथ बैठक के लिए जा रहे हैं। 

 

इसे भी पढ़ें: किसानों को बड़ी सहूलियत देने की तैयारी में UP सरकार, सिंचाई और जल संसाधन विभाग 100 दिनों में कार्ययोजना तैयार करने में जुटा


प्रदर्शनकारी किसान पूरी तैयारी के साथ मोहाली-चंडीगढ़ पहुंचे हैं और उनके पास राशन, बिस्तर, पंखे, कूलर, बर्तन, रसोई गैस सिलिंडर सहित अन्य सामान है। इससे पहले किसानों ने सरकार को चेतावनी दी कि यदि मुख्यमंत्री बुधवार तक उनके साथ बैठक नहीं करते हैं, तो वे अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन करने के लिए अवरोधक तोड़ते हुए चंडीगढ़ की ओर बढ़ेंगे। मान ने मंगलवार को किसानों के विरोध को ‘‘अनुचित और अवांछनीय’’ करार दिया था और किसान संगठनों से नारेबाजी बंद करने और पंजाब में घटते जल स्तर को रोकने के लिए राज्य सरकार का साथ देने का कहा था। मान ने कहा कि किसानों के लिए बातचीत के दरवाजे खुले हैं, लेकिन ‘‘खोखले नारे’’ घटते जल स्तर पर लगाम लगाने के उनके संकल्प को नहीं तोड़ सकते।

 

इसे भी पढ़ें: किसान एवं कृषि समिति के संयोजक भूपेंद्र हुड्डा ने कहा- MSP पर होनी चाहिए लीगल गारंटी


भारतीय किसान यूनियन (लक्खोवाल) के महासचिव हरिंदर सिंह लक्खोवाल ने कहा कि राज्य सरकार को किसानों की समस्याओं का समाधान करना चाहिए। यह पूछे जाने पर कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा था कि उनकी सरकार बातचीत के लिए तैयार है तो इसके जवाब में लक्खोवाल ने कहा कि किसान बैठक से दूर नहीं भागते। उन्होंने कहा हम यहीं हैं। उन्हें (मुख्यमंत्री) बैठक के लिए समय देना होगा। दरवाजे़ कहां खुले हैं? उन्होंने अपने दरवाजे़ बंद कर लिए हैं।

प्रमुख खबरें

Rohith Vemula Suicide Case: परिवार तेलंगाना पुलिस की क्लोजर रिपोर्ट को देगा चुनौती

Maharashtra के छत्रपति संभाजीनगर में आग लगने से बच्चे की मौत, पांच घायल

Madhya Pradesh: बलात्कार की शिकायत के बाद डिप्टी कलेक्टर गिरफ्तार

Eastern Congo में विस्थापितों के दो शिविरों में बम विस्फोट से बच्चों सहित कम से कम 12 लोगों की मौत