By अनन्या मिश्रा | Aug 14, 2025
कैंसर एक गंभीर और जानलेवा बीमारी है। लेकिन अगर समय रहते इस गंभीर बीमारी की पहचान हो जाती है, तो इसका इलाज संभव है। आज के समय में कैंसर की पहचान और इलाज के लिए आधुनिक तकनीकें मौजूद हैं। जिसकी सहायता से लाखों लोगों ने जीवन की दूसरी शुरूआत की है। हालांकि यह समस्या तब गंभीर हो जाती है, जब इसके शुरूआती लक्षणों को नजरअंदाज कर दिया जाता है। बता दें कि कैंसर शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है। जैसे स्तन, फेफड़े, गला, थायराइड, मस्तिष्क, आंत या खून में। कई बार कैंसर शरीर में इतने चुपचाप फैलता है। वहीं इसका तब पता चलता है, जब यह गंभीर रूप ले सकता है। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए थायराइड कैंसर के लक्षणों के बारे में बताने जा रहे हैं।
बता दें कि थायराइड कैंसर का सबसे आम और पहला लक्षण गले में उभार या गांठ का महसूस होना है। यह गांठ धीरे-धीरे आकार में बढ़ सकती है और इसमें दर्द भी नहीं होता है। यह गांठ गले में किसी भी तरफ हो सकती है। कई बार स्पर्श करने या शीशे में देखने से यह पता चलती है। ऐसे में गले में किसी भी असामान्य उभार को नजरअंदाज करने की गलती नहीं करना चाहिए।
थायराइड ग्रंथि वोकल कॉर्ड्स के पास होती है, इसलिए जब भी इस ग्रंथि में ट्यूमर या सूजन होती है, तो इसका असर आपकी आवाज पर पड़ सकती है। बिना कारण के आवाज बदल जाना या आवाज भारी हो जाना, इस बात का संकेत होता है कि ग्रंथि में कोई गड़बड़ है। अगर यह समस्या लंबे समय तक बनी रहे, तो डॉक्टर से परामर्श जरूर करें।
जब थायराइड ट्यूमर बढ़ने लगता है, तो यह वायु या भोजन मार्ग पर दबाव डाल सकता है। इसकी वजह से खाना निकलने या सांस लेने में परेशानी हो सकती है। वहीं अगर स्थिति पर समय रहते ध्यान न दिया जाए, तो यह गंभीर रूप ले सकती है।
थायराइड कैंसर की गांठ दर्दरहित होती है। लेकिन कई बार ट्यूमर के विकास के साथ गले में हल्का दर्द, जकड़न या असगजता महसूस हो सकती है। यह दर्द कान तक फैल सकता है। वहीं अगर लगातार बेचैनी बनी रहती है, तो आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
हालांकि यह लक्षण सीधे तौर पर थायराइड कैंसर से नहीं जुड़ते हैं। लेकिन शरीर केमेटाबॉलिज्म को थायराइड ग्रंथि कंट्रोल करती है। जब इसका काम प्रभावित होता है, तो वेट तेजी से घटता या बढ़ता है। इसके साथ ही कमजोरी, थकान और मूड में बदलाव महसूस हो सकते हैं।