होलिका दहन की आग के झुकाव से पता चलेगा आने वाले समय का भविष्य, हर दिशा का है अपना एक अलग प्रभाव

By एकता | Mar 17, 2022

होली का त्योहार दस्तक दे चुका है आज यानि कि 17 मार्च की शाम को होलिका दहन किया जायेगा और फिर कल रंगों से होली खेली जाएगी। हिन्दू ज्योतिष में हर काम और त्योहार शुभ मुहूर्त देखकर किया या मनाया जाता है। इस साल भद्रा दोष के कारण होलिका दहन का शुभ मुहूर्त रात में 1 बजे बाद होगा। ज्योतिषी की माने तो इस साल होलिका दहन के समय हवा की दिशा तय करेगी कि अगले साल तक आने वाला समय सेहत, रोजगार, अर्थव्यवस्था और अन्य चीजों के लिए कैसा रहेगा।

 

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पुरी के ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र ने दैनिक भास्कर अख़बार को दिए एक इंटरव्यू में बताया कि होलिका दहन के समय जिस दिशा में उसकी आग उठती है, उससे पता चलता है कि आने वाले समय में क्या होने वाला है। होलिका दहन की आग अगर आग सीढ़ी ऊपर उठती है तो उसे भविष्य के लिए शुभ माना जाता है। वहीं अगर होलिका दहन के समय आग दक्षिण दिशा की ओर झुकती है तो इसे देश के लिए अशुभ माना जाता है। ऐसा होने पर माना जाता है कि आने वाले समय में देश में बीमारियां और दुर्घटनाएं ज्यादा हो सकती है। आईये जानते है किस दिशा में आग उठने का क्या मतलब होता है।

 

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आसमान की ओर आग का उठना

ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र बताते है कि अगर होलिका दहन की आग की लौ सीधे उठती है या फिर ये कहिये कि आसमान की तरफ उठती है तो समझ लीजिये की अगले साल तक की होली तक का समय अच्छा बीतने वाला है। यह समय सत्ता और प्रशासनिक क्षेत्रों में बड़े सकारात्मक बदलाव के संकेत देता है और इस समय के दौरान भविष्य में बड़ी जन हानि या किसी तरह की कोई प्राकृतिक आपदा होने की आशंका भी कम होती है। इस समय में अगर आपको किसी परेशानी से छुटकारा पाना है तो आप पूजा-पाठ और दान करके आसानी से उस परेशानी को ख़त्म कर सकते हैं।

 

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पूर्व दिशा में आग का उठना

ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र बताते है कि अगर होलिका दहन की आग की लौ पूर्व दिशा की ओर झुकती है तो भी यह शुभ संकेत देती है। ऐसा होने पर भविष्य में शिक्षा और धर्म के क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव आते हैं। इस समय के दौरान लोगों की सेहत संबंधित बीमारियां खत्म होने लगती है और उनके जीवन में सुधार आता है। रोजगार की संभावना बढ़ने लगती है और व्यक्ति के मान-सम्मान में वृद्धि होती है।

 

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पश्चिम दिशा में आग का उठना

ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र बताते है कि अगर होलिका दहन की आग की लौ पश्चिम दिशा की ओर उठती है तो इसका मलतब आने वाले समय मिले जुले प्रभाव देता है। ऐसा होने पर किसी भी व्यक्ति को कई तरह के लाभ मिल सकते हैं। भविष्य में देश की धीरे धीरे ही सही पर आर्थिक प्रगति होगी। इस दौरान बड़ी जन हानि की संभावना कम होती है पर किसी प्राकृतिक आपदा के होने की आशंका बढ़ जाती है। इस दौरान लोगों के जीवन में चुनौतियां बढ़ती है पर उन्हें सफलता भी मिलती है।

 

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उत्तर दिशा में आग का उठना

ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र बताते है कि अगर होलिका दहन की आग की लौ उत्तर दिशा की उठती है तो आने वाले समय में देश में और समाज में सुख-शांति बढ़ती है। उत्तर दिशा में कुबेर समेत कई अन्य देवी-देवताओं का वास होता है जिसकी वजह से इस दिशा में आग उठने से आर्थिक प्रगति के संकेत मिलते हैं। इस दौरान शिक्षा, कृषि, व्यापार और चिकित्सा के क्षेत्र में भी उन्नति होने की संभावना बढ़ जाती है।

 

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दक्षिण दिशा में आग का उठना

ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र बताते है कि अगर होलिका दहन की आग की लौ दक्षिण दिशा की उठती है तो यह आने वाले समय के लिए अशुभ संकेत है। दक्षिण दिशा में होलिका दहन की आग उठने से लोगों के जीवन में झगड़े और विवाद बढ़ने लगते है। इस दौरान युद्ध-अशांति जैसी स्थिति भी बनती है। दक्षिण दिशा में यमराज का प्रभाव होता है जिसकी वजह से रोग और दुर्घटना होने की संभावना बढ़ जाती है।


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