By दिनेश शुक्ल | Dec 22, 2020
महू। प्राथमिक उपचार ऐसा जरूरी प्रशिक्षण है जो सभी नागरिकों को अनिवार्य रूप से आना चाहिए। इसी भावना के साथ डॉ. बी.आर. अंबेडकर सामाजिक विश्वविद्यालय महू ने अपना सामाजिक दायित्व एवं बोध का निर्वाह किया और देश में सर्वप्रथम 30 घंटों का नवाचार प्राथमिक उपचार पाठ्यक्रम शुरू किया।
विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर (डॉ.) आशा शुक्ला ने बताया कि सात दिवसीय यह पाठ्यक्रम 50 से 75 व्यक्तियों के समूह बनाकर सोशल डिस्टेंसिंग और सैनिटाइजेशन का पूरा ध्यान रखते हुए किया जा रहा है। इस कोर्स में सभी प्रकार की चिकित्सीय इमरजेंसी में ठीक ढंग से प्राथमिक उपचार प्रशिक्षण दिया जाता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के अनुसार अगर इमरजेंसी में सही समय पर प्राथमिक उपचार मिल जाए तो आकस्मिक मृत्यु दर आधे से ज्यादा घट सकता है। इस तरह विश्वविद्यालय ने अभी तक करीब 150 प्राथमिक उपचारक तैयार किए।
प्रशिक्षण भाषणनुमा ना होते हुए वार्तालाप और प्रयोग के तरीके से होता है और इस वजह से हर एक प्रशिक्षणार्थी पूरे पाठ्यक्रम को आत्मसात कर सकता है।
कुलपति डॉ. शुक्ला ने कहा कि यहां यह बताना अत्यंत आवश्यक है, कि समूह को प्राथमिक उपचार का प्रशिक्षण देने वाला व्यक्ति केवल दसवीं कक्षा उत्तीण है। नवीन बैच का न्यूनतम शुल्क मात्र ₹300 रखा गया है। जो तारीख 18 से 24 जनवरी 2021 को डॉ. अंबेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय, डोंगरगांव, महू में आयोजित किया जा रहा है। जिसके लिए पूर्व से रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया की जा रही है। वही 18 जनवरी 2021 को स्पाॅट रजिस्ट्रेशन भी किया जा सकता है। डॉ. आशा शुक्ला ने बताया कि वही प्राथमिक उपचार के इस प्रशिक्षण में पत्रकार बंधुओं के लिए रजिस्ट्रेशन शुल्क मात्र ₹100 रखा गया है।