By प्रिया मिश्रा | Apr 08, 2022
आज के समय भारतीय महिलाएं हर क्षेत्र में अपना परचम लहरा रही हैं। चाहे मेडिकल हो, फैशन हो या खेल हो, भारतीय महिलाऐं दुनियाभर में अपना लोहा मनवा रही हैं। आज हम आपको एक ऐसी भारतीय महिला के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने पहलवानी की दुनिया में अपनी खास पहचान बनाई है। कई अंतर्राष्ट्रीय चैंपियनशिप जीत चुकी यह महिला पहलवान रिंग में सलवार और कमीज पहनकर उतरती है। आज हम बात कर रहे हैं कविता देवी की, जो वर्ल्ड रेसलिंग एंटरटेनमेंट (WWE) में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली पहली महिला रेसलर हैं।
पति ने की सपने पूरे करने में मदद
कविता देवी का जन्म 20 सितंबर 1986 को हरियाणा के जिंद जिले के जुलाना गाँव में हुआ था। उनकी बचपन से पहलवानी के प्रति रूचि थी इसलिए उनके बड़े भाई गौरव ने उन्हें वेट लिफ्टिंग के लिए प्रोत्साहित किया। हालांकि, हरियाणा में लड़कियों की जल्दी शादी कर दी जाती है तो साल 2009 में कविता की शादी कर दी गई। लेकिन कविता के पति गौरव तोमर ने उनके सपनों को पूरा करने में मदद की।
सलवार सूट पहनकर रिंग में उतरी
कविता ने शादी के बाद दिन-रात मेहनत की और एक बार फिर कुश्ती के मैदान में वापसी की। साल 2017 में कविता देवी को WWE में भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला। लेकिन सबसे खास बात यह थी कि कविता सलवार सूट पहन कर कुश्ती की मैदान में उतरी थीं। इसके बाद कविता रातों रात स्टार बन गईं। उन्होंने यह साबित कर दिया कि अपने सपनों को पूरा करने के लिए किसी को अपना पहनावा या रहन सहन बदलने की जरूरत नहीं होती है।
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बनाई अपनी पहचान
कविता देवी ने न केवल राष्ट्रीय बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी अलग पहचान बनाई है। वे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सलवार सूट वाली पावरलिफ्टिंग एथलीट के रूप में जानी जाती हैं। उन्होंने दक्षिण एशियाई खेलों में 75 किलोग्राम की श्रेणी में वेटलिफ्टिंग में गोल्ड मेडल भी जीता है। कविता ने लगातार चार बार सीनियर नेशनल चैंपियनशिप में जीत हासिल की। इसके अलावा, वे नेशनल गेम्स में भी जीत हासिल कर चुकी हैं। कविता, मशहूर रेसलर 'द ग्रेट खली' को अपना गुरु और प्रेरणा मानती हैं। रिंग में सलवार सूट पहनकर कुश्ती लड़ने वाली कविता, सबको यह संदेश देना चाहती हैं कि भारतीय महिलाएं कमजोर नहीं हैं। कविता देवी को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा फर्स्ट लेडी का अवार्ड भी मिल चुका है।