By अनुराग गुप्ता | Oct 12, 2021
नयी दिल्ली। एयर इंडिया के निजी हाथों में जाने के बाद भी 'महाराजा' जैसा ट्रीटमेंट मिलने वाले प्रोटोकॉल को टाटा कहना शायद संभव नहीं है। तभी तो सरकार ने सभी एयरलाइन्स, हवाईअड्डा ऑपरेटरों और विमानन सुरक्षा नियामक को पत्र लिखकर हवाई अड्डों से उस प्रोटोकॉल का पालन करना जारी रखने के लिए कहा है जिसके माध्यम से हवाई यात्रा के दौरान संसद सदस्यों (सांसदों) को कुछ विशेषाधिकार मिलता है।
अंग्रेजी समाचार पत्र 'टाइम्स ऑफ इंडिया' के मुताबिक, एयर लाइन्स के निजी हाथों में जाने के बावजूद वीआईपी संस्कृति के मजबूती से बने रहने की संभावना है।लापरवाही के मामले आए सामने
मुफ्त में चाय की व्यवस्था की जाए
दरअसल, ड्यूटी मैनेजर और सीनियर स्टाफ माननीय सांसदों को हवाई अड्डे पर चेक-इन औपचारिकताओं को पूरा करने में मदद करते हैं। उपलब्धता के आधार पर उनकी पसंद की उन्हें सीटें प्रदान करते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक सामने की सीटें आरक्षित करने का प्रयास किया जाना चाहिए। इसके अलावा पत्र में हवाईअड्डा संचालकों को यह याद दिलाया गया है कि माननीय सांसदों को मुफ्त चाय, कॉफी, पानी के साथ-साथ आरक्षित लाउंज तक पहुंचाया जाना चाहिए।