अगर भोजन करने के बाद नजर आए यह लक्षण तो हो सकता फूड पॉइजनिंग!

By सिमरन सिंह | Jun 08, 2021

आजकल की लाइफस्टाइल और गलत खानपान से कई तरह की बीमारियां होती हैं, जिनमें फूड पॉइजनिंग जैसी समस्या होना आम बात है। जंक फूड, खराब खाना या गंदे पानी से फूड पॉइजनिंग की समस्या हो सकती है। हालांकि, इसके लक्षण खाना खाने के 6 घंटों में सामने आ जाते हैं। कुछ ऐसे भी मामले देखें गए हैं जिनमें करीब 10 मिनट में ही फूड पॉइजनिंग के लक्षण सामने आते है। फूड पॉइजनिंग से ग्रस्त लोग इससे छुटकारा पाने के लिए हर संभव कोशिश करते हैं। पेट दर्द, उल्टी-दस्त या चक्कर आना आदि समस्याएं फूड पॉइजनिंग के लक्षण होते हैं। अगर आप भी इस तरह की समस्या से परेशान रहते हैं और इसे आम परेशानी समझकर नजर अंदाज कर देते हैं तो एक बार फूड पॉइजनिंग क्या है? इसके लक्षण, कारक और इलाज क्या है, इन सबके बारे में जरूर जान लें...

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फूड पॉइजनिंग क्या है?

फूड पॉइजनिंग को विषाक्त भोजन भी कहा जाता है, जोकि खराब या बासी भोजन खाने से होता है। इस समस्या से पीड़ित लोगों में से कुछ जल्दी ठीक हो जाते हैं तो कुछ को शारीरिक समस्या हो जाती है। डॉक्टर्स के अनुसार खाना बनाते व्यक्त साफ-सुथरे पानी और सब्जियों का इस्तेमाल करना चाहिए। साथ ही हाथों को भी समय-समय पर धोना चाहिए और बाहरी खाना खाने से बचना चाहिए। इस तरह से फूड पॉइजनिंग की समस्या से बचा जा सकता है।

 

फूड पॉइजनिंग के लक्षण

डॉक्टर्स की मानें तो फूड पॉइजनिंग के 5 लक्षण हैं, जोकि भोजन खाने के छह घंटे के अंदर सामने आ सकते हैं। बुखार होना, पेट में दर्द, सिरदर्द होना, उल्टी आना और कमजोरी महसूस होने जैसी समस्या फूड पॉइजनिंग के लक्षण होते हैं। इनमें से कोई भी एक लक्षण या सारे लक्षण सामने आने पर डॉक्टर से जरूर संपर्क करना चाहिए। लापरवाही करने पर आपके लिए बड़ी समस्या खड़ी हो सकती है।

 

फूड पॉइजनिंग के कारण 

1. फूड पॉइजनिंग होने के कई कारण हो सकते हैं। बैक्टीरिया के संपर्क में आना इसका प्रमुख कारण माना जाता है। हालांकि, एंटीबायोटिक दवाइयों से इसका इलाज किया जा सकता है। 

2. फूज पॉइजनिंग होने का दूसरा कारण पेट से जुड़ी समस्या हो सकती है। अगर किसी को गैस, कब्ज या पेट संबंधित कोई समस्या रहती है तो उसको फूड पॉइजनिंग होने का ज्यादा खतरा रहता है। 

3. खराब भोजन खाने पर भी फूड पॉइजनिंग की समस्या होती है। जैसा हमारा खानपान होता है वैसे ही हमारी सेहत भी होती है, इसलिए अगर कोई खराब खाना खाता है तो उसे फूड पॉइजनिंग हो सकती है।

4. जेनेटिक कारण से भी फूड पॉइजनिंग की समस्या हो सकती है। अगर आपके पिता-दादा या परिवार में किसी व्यक्ति को फूड पॉइजनिंग रहती है तो ऐसे में ये समस्या आपको भी हो सकती है। इसलिए अपनी सेहत और खानपान का खास ध्यान रखें। 

5. कमजोर इम्यूनिटी के कारण भी फूड पॉइजनिंग की समस्या हो सकती है। ऐसे में जरूरी है कि आप अपने डाइट में विटामिन-सी युक्त चीजे शामिल करें। साथ ही उन्हीं चीजों का सेवन करें जिनसे आपका रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत रहेगी।

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फूड पॉइजनिंग में कैसा रखें खानपान

अगर किसी व्यक्ति को फूड पॉइजनिंग हो जाए तो उसे दलिया, खिचड़ी, दही आदि हल्की चीजों का ही सेवन करना चाहिए। इससे उनके पाचन तंत्र पर कम जोर पड़ता है और इससे आराम होने पर जल्द मदद मिलती है। 


डॉक्टर्स से कब करना चाहिए संपर्क?

फूड पॉइजनिंग को आम समस्या समझकर नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। इस तरह की समस्या होने पर शरीर काफी कमजोर हो जाता है। उल्दी-दस्त जैसी परेशानी हो सकती है। ऐसे में जरूरी है कि आपको जैसे ही फूड पॉइजनिंग का कोई भी लक्षण नजर आए तो डॉक्टर्स से तुरंत संपर्क करें। साथ ही खाने में तला या मसालेदार भोजन करने से बचें।


क्या फूड पॉइजनिंग में घरेलू नुस्खा अपनाना सही?

कुछ अध्ययनों में ये देखा जा चुका है कि फूड पॉइजनिंग से आराम दिलवाने में घरेलू नुस्खा कारगार है। गांव या ऐसी जगह जहां डॉक्टर तक पहुंचने में ज्यादा समय लगता है तो तुरंत आराम के लिए घरेलू नुस्खा अपनाया जा सकता है। इसे इस्तेमाल करने वाले ज्यादातर लोगों का मानना है कि घरेलू नुस्खों से थोड़ी देर के लिए आराम पाया जा सकता है।


- सिमरन सिंह

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