By अनन्या मिश्रा | May 06, 2024
लोकसभा चुनाव के साथ ही सिक्किम में विधानसभा चुनाव की तैयारियां भी शुरू हो गई हैं। पूर्व मुख्यमंत्री पवन कुमार चामलिंग ने कहा कि सिक्किम को त्कालीन सत्तारूढ़ पार्टी एसकेएम के 'कुशासन' से बचाने का आखिरी मौका होगा।
लोकसभा चुनाव के साथ ही सिक्किम में विधानसभा चुनाव की तैयारियां भी शुरू हो गई हैं। सिक्किम में एक ही चरण में मतदान कराए जाने की घोषणा की गई है। जिसके बाद सभी राजनीतिक दल अपनी-अपनी तैयारियों के साथ चुनावी रणभूमि में उतर चुकी है। वहीं राज्य में ज्यादातर क्षेत्रीय पार्टियों का ही कब्जा रहा है। राज्य में वर्तमान समय में मुख्य टक्कर सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट और सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा के बीच देखा जा रहा है। सिक्किम में सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा की सरकार है।
ऐसे में विपक्ष और राज्य सरकार रैलियों और समारोह में भाग लेकर एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाते हुए जनता को आगाह करने का काम कर रहे हैं। राज्य की जनता को यह समझाया जा रहा है कि किस सरकार के होने से राज्य का विकास और बेहतरी होगी। वहीं सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट ने सत्तारूढ़ पार्टी सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा पर खुलकर हमला बोलना शुरूकर दिया है। बता दें कि एसडीएफ के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री पवन कुमार चामलिंग ने सत्तारुढ़ पार्टी पर कुशासन का आरोप लगाते हुए इसी मुद्दे को लेकर जनता के बीच उतरे हैं।
एसकेएम पर लगाया कुशासन का आरोप
पूर्व मुख्यमंत्री पवन कुमार चामलिंग ने कहा कि सिक्किम को त्कालीन सत्तारूढ़ पार्टी एसकेएम के 'कुशासन' से बचाने का आखिरी मौका होगा। इसलिए उन्होंने एसडीएफ कार्यकर्ताओं को एकजुट रहने और हर निर्वाचन क्षेत्र तक पहुंचने का आह्वान किया। सिक्किम विधानसभा में अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए 12 सीटें रिजर्व हैं। चामलिंग की पार्टी सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट को 15 सीटें मिली थीं।
पूर्व सीएम चामलिंग ने राज्य के एक कार्यक्रम में कहा कि सिक्किम की जनता को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट को विधानसभा चुनाव में जीत हासिल हो। जिससे कि हमारा राज्य कुशासन से बच जाए। चामलिंग ने कहा कि यह चुनाव शायद सिक्किम को प्रेम सिंह तमांग सरकार के कुशासन से बचाने का आखिरी मौका होगा। उन्होंने कहा कि एक बड़े पैमाने पर सत्तारूढ़ सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (एसकेएम) से मुकाबला करने के लिए टीम प्रयास की जरूरत होगी।