By सुयश भट्ट | Mar 08, 2022
भोपाल। मध्य प्रदेश बजट सत्र के दौरान राज्यपाल के अभिभाषण का बहिष्कार कर चर्चा में आए कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री जीतू पटवारी के अब नरम पड़ गए हैं। जीतू पटवारी बजट सत्र के दूसरे दिन विधानसभा पहुंचे। और फिर जीतू पटवारी ने अपना पक्ष रखा।
जीतू पटवारी ने कहा कि कमलनाथ के निर्देशों का अक्षरशः पालन करूंगा। उन्होंने दावा किया कि कामलनाथ जब तक मुख्यमंत्री नहीं बनते मैं सरकार से लड़ता रहूंगा। कामलनाथ मेरे नेता थे, मेरे नेता हैं और मेरे नेता रहेंगे। मैं कमलनाथ के पैरों की धूल हूं।
पटवारी ने कहा कि मुझसे पहले 13 बार राज्यपाल के अभिभाषण का बहिष्कार हुआ है। देश में राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार हुआ है। हम अलग अलग तरीके से सरकार के काम तौलते हैं। मध्यप्रदेश में नई शराब की दुकानें खोल दीं। शराब सस्ती कर दी। इसका मैं और मेरी पार्टी विरोध करती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की हर महिला पर औसत 48 हजार रुपए का कर्ज है। मप्र महिला अपराध में नम्बर वन है।
वहीं पूर्व मंत्री जीतू पटवारी के मामले को लेकर बीजेपी ने एक बार फिर से कांग्रेस पर निशाना साधा है। बीजेपी के मंत्री गोविंद सिंह ने कहा कि कांग्रेस की गुटबाजी सड़क के बाद अब विधानसभा में देखने को मिल रही है। यहां चोरी और सीना जोरी हो रही है। कांग्रेस में जंग की शुरुआत हो चुकी है। और यह जंग अब और बढ़ती जाएगी।
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आपको बता दें कि एमपी बजट सत्र 7 मार्च से शुरू हो गया है। सत्र के पहले दिन राज्यपाल के अभिभाषण का कांग्रेस विधायत जीतू पटवारी ने विरोध करते हुए बहिष्कार कर दिया था। इसे लेकर बीजेपी ने करारा हमला किया था। जीतू के इस फैसले से पीसीसी चीफ कमलनाथ समेत सभी कांग्रेस विधायकों ने किनारा कर लिया था। कमलनाथ ने खुद इसके लिए जीतू को लताड़ लगाई थी।