By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Apr 26, 2018
वाशिंगटन। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के शासनकाल के दौरान पेंटागन में तैनात एक पूर्व अधिकारी का कहना है कि अमेरिका द्वारा भारत को प्रमुख रक्षा भागीदार नामित किया जा चुका है, ऐसे में दोनों देशों को साथ मिलकर रक्षा परियोजनाओं पर काम करना चाहिए। ओबामा प्रशासन के दौरान पेंटागन में रक्षा व्यापार और प्रौद्योगिकी पहल (डीटीटीआई) का प्रतिनिधित्व करने वाले कीथ वेबस्टेर का कहना है, ‘‘दोनों सरकारों को एक कार्यक्रम तय करने और उसपर अलम करने की जरूरत है। यह फैसले दोनों सरकारों में उच्चस्तर पर लिये जाने की जरूरत है, जिसके लिए समय सीमा तय हो और उसके आधार पर सरकारों के कामकाज का अकलन किया जा सके।’’
वेबस्टेर ने कहा कि भारत-अमेरिका रक्षा संबंध को अगले स्तर पर ले जाने के लिए डीटीटीआई के तहत कुछ परियोजनाओं को गंभीरता से शुरू किया जाना चाहिए।।यूएस इंडिया फ्रेंडिशिप काउंसिल द्वारा अमेरिकी कैपिटोल में आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुये उन्होंने कहा, ‘‘सिर्फ विचार नहीं करना है, बल्कि संयुक्त रूप से विकसित करना, निवेश करना और उसे शुरू करना है। अमेरिका जानता है कि यह कैसे करना है और उसने विशिष्ट क्षमता से मिश्रित परिणामों के साथ वैश्विक स्तर पर ऐसा किया है।’’ वेबस्टर ने कहा कि आज की तारीख में केवल अगर दोनों देश प्रतिबद्ध हो तो बहुत अवसर हैं। उन्होंने आग्रह किया कि एक क्रेता विक्रेता के प्रतिमान से इतर ठोस प्रगति देखने के लिए भारत सरकार को ‘मेक इन इंडिया’ का लाभ लेने के लिए एक प्रतिबद्ध कार्यक्रम बनाना चाहिए?