By अंकित सिंह | Dec 25, 2025
केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने ईरान में हमास के दिवंगत नेता इस्माइल हानियेह की हत्या से पहले उनसे हुई मुलाकात को याद किया। मंगलवार को एक पुस्तक विमोचन समारोह में अपने संबोधन के दौरान गडकरी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कहने पर वह पिछले साल जुलाई में ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेज़ेशकियान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए तेहरान गए थे। गडकरी ने बताया कि शपथ ग्रहण से पहले तेहरान के एक पांच सितारा होटल में वैश्विक नेता और गणमान्य व्यक्ति एकत्रित हुए थे और हानियेह ने उनका ध्यान आकर्षित किया क्योंकि वह किसी भी देश का प्रतिनिधित्व नहीं कर रहे थे।
गडकरी ने कहाकि विभिन्न देशों के नेता उपस्थित थे, लेकिन एक व्यक्ति जो राष्ट्राध्यक्ष नहीं था, वह हमास नेता इस्माइल हानियेह थे। मैंने उनसे वहीं मुलाकात की, जब मैंने उन्हें ईरानी राष्ट्रपति और मुख्य न्यायाधीश के साथ शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचते देखा। केंद्रीय मंत्री ने घटना के अगले दिन का जिक्र करते हुए बताया कि भारत में ईरान के राजदूत ने उन्हें जगाया और बताया कि हनियेह की हत्या कर दी गई है। उन्होंने आगे कहा, “शपथ ग्रहण समारोह समाप्त होने के बाद मैं अपने होटल लौट आया, लेकिन सुबह करीब 4 बजे भारत में ईरान के राजदूत मेरे पास आए और कहा कि हमें निकलना होगा। मैंने उनसे पूछा कि क्या हुआ, तो उन्होंने बताया कि हमास प्रमुख की हत्या कर दी गई है। मैं स्तब्ध रह गया।”
62 वर्षीय हमास के वरिष्ठ नेता इस्माइल हानियेह 31 जुलाई, 2024 को ईरान में हुए हवाई हमले में मारे गए। हमास के 7 अक्टूबर के अप्रत्याशित हमले के बाद वे इज़राइल के प्रमुख लक्ष्यों में से एक बन गए थे। हमास के बयानों के अनुसार, ईरान के नव निर्वाचित राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के कुछ ही समय बाद हनियेह को उनके तेहरान स्थित आवास पर निशाना बनाया गया। 7 अक्टूबर के हमलों के कुछ ही घंटों बाद जारी एक वीडियो में, हानियेह को अन्य वरिष्ठ हमास अधिकारियों के साथ नमाज़ अदा करते और हमले की सफलता के लिए आभार व्यक्त करते हुए दिखाया गया था।