नये कृषि कानून से आज महात्मा गांधी सबसे ज्यादा खुश होते: जितेंद्र सिंह

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 02, 2020

नयी दिल्ली। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने शुक्रवार को कहा कि कृषि और ग्रामीण समृद्धि महात्मा गांधी के दिल के बहुत करीब थी और अगर वह आज होते तो सरकार द्वारा पारित नये कृषि कानूनों से सबसे ज्यादा खुश होते। सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजादी के 70 साल बाद कृषि क्षेत्र में नये सुधारों के साथ बापू के गांवों और खेती के दृष्टिकोण पर वास्तव में ध्यान दिया है। ‘‘स्वच्छता के साथ महात्मा गांधी के प्रयोग-समृद्धि की कुंजी’’ विषयक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि नये कृषि कानून न केवल भारतीय कृषि क्षेत्र को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिहाज से गति प्रदान करेंगे, बल्कि किसानों की आय दूनी करने में भी मदद करेंगे। 

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एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार कार्यक्रम का आयोजन केंद्रीय भंडार और सेंटर फॉर स्ट्रेटजी एंड लीडरशिप ने यहां विज्ञान भवन में किया था। पिछले छह वर्ष में नीम कोटेड यूरिया, मृदा स्वास्थ्य कार्ड, किसान क्रेडिट कार्ड, प्रधानमंत्री-किसान सम्मान निधि, फसल बीमा योजना जैसे केंद्र सरकार के किसान हितैषी कदमों का जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि ये फैसले भारतीय कृषि के लोकतंत्रीकरण का प्रतिनिधित्व करते हैं और पहली बार किसानों को उनकी पसंद चुनने की आजादी देते हैं। 

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कार्मिक राज्य मंत्री ने डिजिटल माध्यम से अपने लोकसभा क्षेत्र उधमपुर में कठुआ की हीरानगर तहसील के पंचायत स्तर के प्रतिनिधियों, सरपंचों, पंचों, किसानों और अन्य स्थानीय कार्यकर्ताओं के साथ नये कृषि कानूनों के लाभों पर विचार-विमर्श भी किया। उन्होंने कहा कि महामारी ने स्वच्छता के महत्व को और अच्छे से रेखांकित किया जो बापू के दर्शन के केंद्र में है।

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