By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 02, 2020
एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार कार्यक्रम का आयोजन केंद्रीय भंडार और सेंटर फॉर स्ट्रेटजी एंड लीडरशिप ने यहां विज्ञान भवन में किया था। पिछले छह वर्ष में नीम कोटेड यूरिया, मृदा स्वास्थ्य कार्ड, किसान क्रेडिट कार्ड, प्रधानमंत्री-किसान सम्मान निधि, फसल बीमा योजना जैसे केंद्र सरकार के किसान हितैषी कदमों का जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि ये फैसले भारतीय कृषि के लोकतंत्रीकरण का प्रतिनिधित्व करते हैं और पहली बार किसानों को उनकी पसंद चुनने की आजादी देते हैं।
कार्मिक राज्य मंत्री ने डिजिटल माध्यम से अपने लोकसभा क्षेत्र उधमपुर में कठुआ की हीरानगर तहसील के पंचायत स्तर के प्रतिनिधियों, सरपंचों, पंचों, किसानों और अन्य स्थानीय कार्यकर्ताओं के साथ नये कृषि कानूनों के लाभों पर विचार-विमर्श भी किया। उन्होंने कहा कि महामारी ने स्वच्छता के महत्व को और अच्छे से रेखांकित किया जो बापू के दर्शन के केंद्र में है।