By अनन्या मिश्रा | Dec 24, 2025
सर्दियों के मौसम में ठंडी हवा, कम नमी और गरम पानी से नहाने के कारण स्किन जल्दी ड्राई होने लगती है। जिस कारण इस मौसम में चेहरा रूखा, बेजान और खिंचाव वाला दिखने लगता है। लेकिन अगर आप रोजाना आसान स्किन केयर टिप्स को फॉलो करती हैं, तो सर्दियों के मौसम में भी नरम, हेल्दी और ग्लोइंग स्किन पा सकती हैं। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको सर्दियों में ड्राई स्किन को ग्लोइंग रखने के 5 आसान टिप्स के बारे में बताने जा रहे हैं। ऐसे में आप भी इन टिप्स को फॉलो करके अपनी ड्राई स्किन को सॉफ्ट और ग्लोइंग बना सकती हैं।
सर्दियों के मौसम में हार्श फेसवॉश या साबुन त्वता की नेचुरल नमी को खींच लेते हैं। इसलिए हमेशा क्रीम बेस्ड फेसवॉश या मॉइस्चराइजिंग क्लींजर का इस्तेमाल करें। दिन में कम से कम 2 बार से ज्यादा फेस को नहीं धोना चाहिए। ऐसा करने से आपकी स्किन अधिक ड्राई कर सकती है।
ड्राई स्किन में डेड स्किन जमा होने से फेस रूखा दिखता है। इसलिए सप्ताह में 1-2 बार हल्के स्क्रब से एक्सफोलिएट करें। दही, चीनी, ओट्स या बेसन जैसी माइल्ड नेचुरल चीजों से भी त्वचा को धीरे-धीरे साफ कर सकते हैं। इस दौरान ध्यान रखें कि ओवर स्क्रबिंग स्किन को नुकसान पहुंचा सकती है।
सर्दियों के मौसम में मॉइस्चराइजर त्वचा के लिए दवा की तरह काम करता है। फेस धोने के 30 सेकेंड के अंदर फेस पर मॉइस्चराइजर लगाएं। ग्लिसरीन, हायल्यूरोनिक एसिड, शीया बटर या सेरामाइड्स वाली क्रीम सबसे अच्छी रहती है। कम से कम दिन में 2-3 बार क्रीम लगाएं। वहीं रात को थोड़ा भारी क्रीम का इस्तेमाल करना चाहिए।
सर्दियों में धूप कम होने के बाद भी यूवी किरणें हमारी त्वचा को नुकसान पहुंचाती हैं। इसलिए रोजाना बाहर निकलने से पहले एसपीएफ 30 या फिर इससे भी ऊपर वाला सनस्क्रीन लगाएं। अगर आप लंबे समय तक घर से बाहर रहती हैं, तो हर 3 घंटे बाद सनस्क्रीन री-अप्लाई करें। सनस्क्रीन के इस्तेमाल से स्किन ड्राइनेस, टैनिंग और एजिंग से बचती है।
बता दें कि सिर्फ ऊपर से क्रीम लगाने से काम नहीं चलता है। शरीर में पानी की कमी होने पर भी ड्राईनेस बढ़ती है। इसलिए दिनभर में 8-10 गिलास पानी जरूर पीना चाहिए। आप सूप, नारियल पानी, गर्म पानी और हर्बल टी का सेवन कर सकती हैं। इससे भी हाइड्रेशन मिलता है। वहीं खाने में सब्जियां, फल और ओमेगा-3 वाली चीजों को शामिल करना चाहिए। इसके लिए आप अखरोट, बादाम, एवोकाडो और अलसी के बीज आदि का सेवन करें।