By अनन्या मिश्रा | Apr 03, 2025
अशुभ प्रभाव होगा कम
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक राहु-केतु के दोष को मां भगवती की उपासना करने से दूर किया जा सकता है। इसलिए नवरात्रि के 9 दिनों तक दुर्गा सप्तशती का पाठ करें और 'ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय नम:' मंत्र का 108 बार जाप करें। इससे भी राहु-केतु का दोष कम होता है।
नवरात्रि में इन देवियों की करें पूजा
ज्योतिष मान्यताओं के मुताबिक देवी ब्रह्मचारिणी और देवी चंद्रघंटा की विधि-विधान से पूजा-अर्चना करने से व्यक्ति को राहु और केतु दोष से मुक्ति मिल सकती है। इसलिए नवरात्रि पर इन दोनों देवियों की पूजा-उपासना जरूर करनी चाहिए।
इनकी करें आराधना
अगर आप भी चैत्र नवरात्रि में मां दुर्गा के अलावा भगवान शिव और हनुमान जी की पूजा-उपासना करते हैं। तो भी राहु और केतु दोष से मुक्ति मिल सकती है। वहीं इस दौरान हनुमान सहस्त्रनाम और शिव सहस्त्रनाम का जाप जरूर करें।
बुरे प्रभावों होगी कमी
बता दें कि राहु दोष से मुक्ति के लिए आप नवरात्रि में चांदी से बनी हाथी की मूर्ति घर लेकर आएं। अब इसको पूजा घर या फिर तिजोरी में स्थापित करें। इस मूर्ति के रोजाना दर्शन करने से व्यक्ति के राहु दोष के प्रभावों में कमी देखने को मिल सकती है।