गुजरात के प्रख्यात मानवाधिकार कार्यकर्ता गिरीश पटेल का निधन

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 06, 2018

अहमदाबाद। प्रख्यात मानवाधिकार कार्यकर्ता और वकील गिरीश पटेल का शनिवार को यहां उनके आवास पर वृद्धावस्था संबंधी बीमारियों के कारण निधन हो गया। उनके परिवार के करीबी लोगों ने यह जानकारी दी। पटेल (86) हार्वर्ड विश्वविद्यालय के छात्र रह चुके थे। उनके परिवार में उनकी पत्नी और दो बेटियां हैं। उनके परिवार के करीबी रहे लोगों ने बताया कि शनिवार सुबह करीब चार बजे उनका देहांत हुआ। उन्होंने बताया कि उम्र संबंधी बीमारियों के चलते यहां के एक निजी अस्पताल में उन्हें भर्ती कराया गया था और हाल में उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी थी।

हार्वर्ड विश्वविद्यालय से कानून में मास्टर डिग्री लेने के बाद पटेल ने एक विधि कॉलेज में पढ़ाया। इसके बाद उन्होंने गुजरात उच्च न्यायालय में वकालत शुरू की, जहां उन्होंने हाशिये पर खड़े लोगों का समर्थन किया और गरीब, दलितों, किसानों तथा मजदूरों से संबंधित कई मुद्दों पर सैकड़ों जनहित याचिकाएं दायर कीं। उनकी उल्लेखनीय जनहित याचिकाओं में से एक सूरत के गन्ना किसानों के लिये न्यूनतम मजदूरी की मांग थी।

पटेल नर्मदा बचाओ आंदोलन से भी जुड़े थे ओर उन्होंने सरदार सरोवर नर्मदा बांध परियोजना के कारण विस्थापित आदिवासियों के अधिकारों के लिये लड़ाई लड़ी। पटेल ने साबरमती रिवरफ्रंट समेत विभिन्न सरकारी परियोजनाओं के कारण विस्थापित लोगों के लिये मामले लड़े। 1972 में वह तीन साल के लिये गुजरात राज्य विधि आयोग के सदस्य चुने गये। भ्रष्टाचार और आर्थिक संकट के खिलाफ राज्य में 1974 के नवनिर्माण आंदोलन में उन्होंने सक्रिय रूप से हिस्सा लिया था।

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