By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jul 02, 2019
नयी दिल्ली। वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को सहकारी क्षेत्र निर्यात संवर्द्धन मंच (सीएसईपीएफ) की स्थापना की घोषणा की। इसके पीछे मकसद 2022 तक कृषि निर्यात को दोगुना कर 60 अरब डॉलर पर पहुंचाना है। गोयल ने कहा कि पहले ‘अंतरराष्ट्रीय सहकारी व्यापार मेले’ का आयोजन राजधानी दिल्ली के प्रगति मैदान में 11 से 13 अक्टूबर तक किया जाएगा। इस मेले के आयोजन का उद्देश्य सहकारिताओं से निर्यात को प्रोत्साहन देना है। देश में आठ लाख से अधिक सहकारी संस्थान है। देश के 15 करोड़ किसानों में से 94 प्रतिशत किसी न किसी सहकारी निकाय के सदस्य हैं।
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गोयल ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सीएसईपीएफ की स्थापना राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम (एनसीडीसी) में की गई है। यह निर्यात के क्षेत्र में 20 राज्यों और संघ शासित प्रदेशों के साथ काम करेगा। गोयल ने कहा कि जहां तक निर्यात की बात है तो सहकारिताएं अभी शुरुआती अवस्था में हैं। ऐसे में सरकार का लक्ष्य उन्हें एक साथ लाने और वैश्विक बाजारों के लिए उत्पादन और विपणन करने को प्रोत्साहित करने का है।
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मंत्री ने कहा कि कृषि निर्यात बढ़ाने से सरकार 2022 तक किसानों की आमदनी को दोगुना करने के लक्ष्य को हासिल कर पाएगी। गोयल ने कहा कि सभी संबंधित मंत्रालय इस दिशा में एक साथ काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला एक ऐसा मंच है जिसमें सहकारिताएं वैश्विक खरीदारों से बातचीत कर सकेंगी और उनकी जरूरत के बारे में अनुमान लगा सकेंगी और उन्हीं के अनुरूप उत्पादों का विनिर्माण कर सकेंगी। इस व्यापार मेले का आयोजन वाणिज्य, कृषि और विदेश मंत्रालय संयुक्त रूप से करेंगे। इसमें राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम और कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण जैसे सहकारी निकायों का भी सहयोग रहेगा। ऐसे मेलों से मूल्यवर्धित कृषि निर्यात के लिए दिशा मिलेगी।