By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Sep 13, 2018
नयी दिल्ली। एक शीर्ष अधिकारी ने बुधवार को कहा कि सरकार राजकोषीय घाटा बजट में अनुमानित लक्ष्य के दायरे में रखने को प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि देश राजकोषीय घाटा और चालू खाता घाटा की दोहरी समस्या से एक साथ नहीं जूझ सकता है।
चालू वित्त वर्ष के आम बजट में राजकोषीय घाटा को सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 3.3 प्रतिशत के दायरे में रखने का लक्ष्य रखा गया है।
अधिकारी ने कहा कि कमजोर रुपया और कच्चे तेल का आयात खर्च अधिक होने के कारण निश्चित रूप से देश का चालू खाता घाटा बढ़ेगा। ऐसे में राजकोषीय घाटा अतिरिक्त दबाव होगा।
अधिकारी ने पेट्रोल-डीजल पर शुल्क में कटौती की किसी भी संभावना से भी इंकार किया। ।