By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 04, 2018
नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को कहा कि सरकार आईएलएंडएफएस के संकट को जल्द से जल्द रोकने को प्रतिबद्ध है, जिससे इसका कोई प्रतिकूल असर नहीं पड़े। सरकार ने इसी सप्ताह आईएलएंडएफएस के निदेशक मंडल को हटाकर नया बोर्ड नियुक्त किया है। आईएलएंडएफएस पर 91,000 करोड़ रुपये का कर्ज का बोझ है। समूह कई ऋण भुगतान में चूक कर चुका है। आईएलएंडएफएस संकट की वजह से गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) तथा म्यूचुअल फंड कंपनियों में नकदी संकट की चिंता पैदा हुई है।
सरकार ने बैंकर उदय कोटक की अगुवाई में आईएलएंडएफएस का नया बोर्ड बनाया है। नए बोर्ड की पहली बैठक गुरुवार को हुई। वित्त मंत्री ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘सरकार यह सुनिश्चित करने को प्रतिबद्ध है कि यह भारत की आंतरिक वजह है, इसलिए इस पर जल्द नियंत्रण पाया जाना चाहिए ताकि इसका किसी तरह का प्रतिकूल असर नहीं पड़े।
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिन के दौरान आईएलएंडएफएस को लेकर अनिश्चितता की वजह से बाजार पर उल्लेखनीय प्रभाव पड़ा है। जेटली ने कहा, ‘‘सरकार ने इस बारे में निर्णायक कदम उठाते हुए बोर्ड को बदला है। नए बोर्ड के तहत कई फैसले लिए जाएंगे।’’