By अनन्या मिश्रा | Aug 02, 2025
आज ही के दिन यानी की 02 अगस्त को वैज्ञानिक और आविष्कारक अलेक्जेंडर ग्राहम बेल का निधन हो गया था। वह टेलीफोन के प्राथमिक आविष्कारकों में से एक थे। 07 मार्च 1876 में ग्राहम बेल ने टेलीफोन का पेटेंट करवाया था। जिसको दुनिया के सबसे विवादास्पद पेटेंट्स में से एक कहा जाता है। ग्राहम बेल की पत्नी और मां दोनों बहरेपन का शिकार थीं। जिस कारण उन्होंने अपना अधिकांस काम श्रवण और भाषणों के अनुसंधान और श्रवण बाधित संचार में सहायता करने में लगाया था। तो आइए जानते हैं उनकी डेथ एनिवर्सरी के मौके पर अलेक्जेंडर ग्राहम बेल के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातो के बारे में...
स्कॉटलैंड के एडिनबर्ग में 03 मार्च 1847 को अलेक्जेंडर ग्राहम बेल का जन्म हुआ था। वह ध्वनि, वाणी और मानव संचार की यांत्रिकी में रुचि रखते थे। इनके पिता भाषण प्रशिक्षण के प्रसिद्ध शिक्षक थे। वहीं ग्राहम बेल की मां हाउसवाइफ थीं। लेकिन वह सुन नहीं सकती थीं। ग्राहम बेल अपनी स्कूली शिक्षा के लिए एडिनबर्ग रॉयल हाई स्कूल गए। फिर उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ एडिनबर्ग और यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन से अपनी पढ़ाई पूरी की।
साल 1871 में ग्राहम बेल संयुक्त राज्य अमेरिका चले गए और वहां पर उन्होंने बोस्टन में बधिर स्टूडेंट्स को पढ़ाना शुरूकर दिया। फिर दो साल बाद ग्राहम बेल को बोस्टन यूनिवर्सिटी में वोकल फिजियोलॉजी और एलोक्यूशन के प्रोफेसर के तौर पर नियुक्त किया गया।
खोज के दौरान ग्राहम बेल ने कई टेलीग्राफ बनाए, जिसके साथ उन्होंने कई संदेश भी भेजे। ग्राहम ने अपने साथी इलेक्ट्रीशियन थॉमस वॉट्सन के साथ काम किया और साल 1875 में शुरूआती मॉडल बनाकर तैयार किया। इस बीच कई अन्य अविष्कारक भी इस पर काम कर रहे थे। लेकिन ग्राहम बेल ने एक ऐसा उपकरण विकसित कर लिया था, जिससे तार के जरिए आवाज को एक जगह से दूसरी जगह भेजा जा सकता था।
फिर साल 1890 में उन्होंने अपना ध्यान एनिएशन में प्रयोग के लिए लगाया। साल 1907 में उनके द्वारा एविएशन में और नवाचार करने के लिए एरियल एक्सपेरिमेंट एसोसिएशन की स्थापना की गई।
कनाडा के नोवा स्कोटिया में 02 अगस्त 1922 को अलेक्जेंडर ग्राहम बेल का निधन हो गया था।