By एकता | Feb 12, 2023
वैलेंटाइन वीक के दौरान प्यार करने वाले लोग कई तरीकों से अपने प्यार को व्यक्त करते हैं। कई बार प्यार को व्यक्त करने के लिए बोलने की जरूरत नहीं होती है, बस पार्टनर को जाकर गले लगाना होता है। इसलिए वैलेंटाइन वीक का छठा दिन 'हग डे' ले रूप में सेलिब्रेट किया जाता है। इस दिन लोग अपने पार्टनर को गले लगाकर बिना बोले अपना प्यार व्यक्त करते हैं। कहते हैं जब प्यार जताने के लिए शब्द कम पड़ जाते हैं तब हग लाखों भावनाओं को व्यक्त करता है। हग रिश्तों में प्रेम की डोर मजबूत करता है। इसके साथ यह स्वास्थ्य के लिए भी बेहद लाभदायक माना जाता है। इसलिए हग डे पर अपने पार्टनर या स्पेशल वन को जादू की जप्पी देना न भूलें।
किसी को हग सकते समय रखें इन बातों का ध्यान
हर किसी के गले लगने से बचें- हग डे पर अपनी जिंदगी में मौजूद हर व्यक्ति को आप गले नहीं लगा सकते हैं, इसलिए जल्दबाजी बिलकुल भी न करें। खुद को थोड़ा समय दे और सोचें कि सामने वाला व्यक्ति आपकी जिंदगी में मायने रखता भी है या नहीं। इस हग डे पर गले लगाने के मामले में चयनात्मक रहना ही बेहतर होगा।
गले लगाने से पहले अनुमति जरूर लें- हग डे के नाम पर आप किसी को भी बिना उसकी अनुमति के गले नहीं लगा सकते हैं। इसलिए जिस किसी को भी आप गले लगाने की सोच रहे हैं, उनसे पहले परमिशन जरूर लें। बिना अनुमति के किसी को हग करेंगे तो इसका आप पर ही नकारात्मक असर पड़ेगा।
गले लगाने की अवधि पर ध्यान दें- हग डे पर गले लगाने के समय का ध्यान रखना बेहद जरुरी है। अगर आप किसी करीबी को गले लगा रहे हैं तो हग लंबा हो सकता है। लेकिन अगर आप किसी जानकर व्यक्ति को गले लगा रहे हैं तो हग की अवधि कम ही रखें।
किसी को गले लगाने से होने वाले स्वास्थ्य लाभ
गले लगाने से चिंता कम होती है- साइकोलॉजिकल साइंस जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, गले लगाने से चिंता कम होती है। एक्सपर्ट्स की मानें तो किसी करीबी को गले लगाने से लोगों के दिमाग को शांति मिलती है और चिंता का स्तर कम होता है।
गले लगाने से ख़ुशी का एहसास होता है- करीबी को गले लगाते समय हर व्यक्ति का चेहरा फूल सा खिल जाता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि गले लगाने के दौरान शरीर में ऑक्सीटोसिन या कडल हार्मोन नामक रसायन के रिलीज होते हैं। यह हार्मोन खुशी का एहसास कराता है।
तनाव दूर करता है- जब आप किसी को गले लगाते हैं तब आपके शरीर में कोर्टिसोल नामक हार्मोन के स्तर को कम करने में मिलती है। कोर्टिसोल का स्तर जब घट जाता है तब व्यक्ति शांत और तनावमुक्त महसूस करता है।